मंडी: निजी वाहनों से स्कूल आने-जाने वाले बच्चों का जीवन सुरक्षित नहीं (STUDENTS LIFE IN RISK) है. कुछ निजी वाहन चालक शराब के नशे में धुत होकर वाहन चलाकर स्कूली बच्चों की जान के साथ खेल रहे हैं. ऐसा ही एक मामला प्रदेश के जिला मंडी के सुंदरनगर शहर से सामने आया (DRUNK DRIVER IN SUNDERNAGAR) है. जहां एक निजी वाहन चालक ने नशे की हालत में वाहन चलाकर लगभग 25 बच्चों की जान खतरे में डाली.
बता दें, सुंदरनगर में एक निजी स्कूल में बच्चों को लाने और छोड़ने के लिए अभिभावकों द्वारा एक टैंपो ट्रेवल गाड़ी को किराए के रूप में अधिग्रहित किया था. मंगलवार को गाड़ी का चालक हीरा सिंह शराब के नशे में धुत होकर बच्चों को लाने स्कूल पहुंचा. गाड़ी में छोटी कक्षा से लेकर दसवीं तक के करीब 25 बच्चे थे. छुट्टी होने के बाद बच्चे गाड़ी में बैठे तो चालक को शराब के नशे में धुत पाया.
इस पर बच्चों ने चालक से गाड़ी न चलाने का आग्रह किया, लेकिन चालक बच्चों पर ही बिफर गया और उनसे बदसलूकी करने लगा. यही नहीं चालक ने छोटे बच्चों से उनके स्नैक्स के पैकेट तक छीन लिए. किसी तरह बच्चों को डराकर उन्हें छोड़ने के लिए हंडेटी पहुंचा तो अभिभावक बच्चों को लेने के लिए खड़े हुए थे. गाड़ी से रोते हुए उतरते एक महिला अभिभावक ने बच्चे से रोने का कारण पूछा तो उसने मां को सारा वाक्य सुनाया.इस पर महिला ने चालक से बात करनी चाही तो चालक ने उनसे अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया. महिला ने तुरंत गाड़ी की चाबी बाहर निकाल ली.
इस दौरान वहां चांगर वार्ड की पार्षद चिंता डोगरा सहित अन्य अभिभावक भी पहुंच गए और पुलिस को भी इसकी सूचना दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची बीएसएल थाना पुलिस ने अभिभावकों के बयान दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी. पार्षद चिंता डोगरा और अभिभावकों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि स्कूली वाहनों की निरंतर चेकिंग की जाए ताकि कोई अनहोनी घटना न घटे. डीएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि ड्रंक एंड ड्राइव का मामला दर्ज किया गया है. इसके साथ ही यातायात पुलिस को स्कूली वाहनों के निरंतर चेकिंग करने के निर्देश भी दिए गए हैं.