मंडी: नगर परिषद नेरचौक के पार्षदों ने कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए अनोखा फॉर्मूला अपनाया है. दरअसल कर्मचारियों ने कमी को पूरा करने के लिए पार्षदों ने हर ब्रांच का काम खुद ही संभाल लिया.
पार्षदों का कहना है कि जिस ब्रांच का काम उनको सौंपा जाएगा, उसको अच्छी तरह से निभाएंगे. पार्षद को दिए गए ब्रांच का कार्यभार पूरी तरह से स्वतंत्र रहेगा. किसी की कोई दखलअंदाजी नहीं होगी.
नगर परिषद अध्यक्षा लता कुमारी ने बताया कि स्टाफ की कमी से कई ऐसे विभिन्न काम है जो निश्चित समय पर पूरे नहीं हो पाते है. उन्होंने बताया कि नप के समस्त पार्षद की अलग-अलग भूमिका तय की गई है, जिसमे वो स्वयं हर विभाग की बैठक, पत्राचार, समीक्षा करेंगे.
नगर परिषद अध्यक्षा लता कुमारी ने बताया कि सभी पार्षद 16 से 18 घंटे भी काम करने के लिए तत्पर रहेंगे. उन्होंने बताया कि नप कार्यालय में विभाग के अनुसार ही फाइलों का निपटारा किया जाएगा.
बता दें कि नप अध्यक्षा लता कुमारी को परिषद के समस्त विकासात्मक कार्य और नप सदन और कार्यालय सम्बंधित विभाग का प्रभार सौंपा गया है, जबकि उपाध्यक्ष चेत सिंह ठाकुर को कर्मचारी वर्ग, नप सम्पत्ति और राजस्व प्राप्ति, प्रमाण पत्र से संबंधित विभाग का प्रभारी बनाया गया है. पार्षद रजनीश सोनी को पास वित्त व योजना, निकाय टेक्स, सेनिटेशन और जन स्वास्थ्य, बिजली, पानी संबंधित लंबित मामले और कोर्ट सम्बंधित मामले का प्रभार दिया गया है. पार्षद सुमन चौधरी को समाजिक विकास व शहरी गरीबी उन्मूलन विभाग का प्रभार सौंपा गया है. पार्षद सरस्वती ठाकुर को भवन निर्माण और नक्शा सम्बंधित विभाग, पार्षद अमरप्रीत कौर के पास ऊर्जा और स्ट्रीट लाइट, पार्षद मनी राम को रेहड़ी फड़ी मामलों का प्रभारी बनाया गया है, जबकि पार्षद राम कृष्ण को जन शिकायत निवारण विभाग का कार्यभार सौंपा गया है.
इसके अलावा पार्षद आलम राम को पेंशन संबंधित व सामाजिक कल्याण विभाग, पार्षद सोनू जम्वाल को स्वच्छ भारत मिशन, पार्षद निर्मला देवी को प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रभार सौंपा गया है. मनोनीत पार्षद रोहित कुमार को पेयजल और जल आपूर्ति विभाग, मनोनीत पार्षद सुखलाल वर्मा को जल निकासी एव सीवरेज विभाग, मनोनीत पार्षद दीक्षित नारंग को ट्रैफिक व यातायात व्यवस्था और मनोनीत पार्षद रूप लाल को आवारा पशुओं संबंधित विभाग का स्वतंत्र प्रभार की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है.
बता दें कि प्रदेश के इतिहास में ये पहली बार है कि किसी नगर परिषद के सदस्यों ने ऐसा प्रारूप तैयार किया है, जिसमे वो स्वंय कार्य करेंगे. ऐसा करने पर लंबित पड़े विभिन्न कार्यों में तेजी आएगी और जनता को कार्यालय के बार-बार चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे.