मंडी: 'कोरोना ने हमारे सिर से मां-बाप का साया छीन लिया है. परिवार में अब सिर्फ मैं और मेरा 12 वर्षीय छोटा भाई अंशदीप ही बचे हैं. पापा ने बैंकों से कुछ कर्ज ले रखा था और अब बैंक वाले उसे चुकाने के लिए हम पर दबाव बना रहे हैं. परिवार की आर्थिक हालत खराब है. बड़ी मुश्किल से गुजर बसर हो पा रहा है. कृपया आप हमारी कुछ मदद कीजिए' सीएम जयराम ठाकुर से यह गुहार थी जोगिंद्रनगर शहर के वार्ड नंबर 4 की 17 वर्षीय सोफिया की.
मासूमों की फरियाद सुनकर सीएम का दिल पसीज गया और उन्होंने फौरन दोनों बच्चों के लिए दो लाख रुपये की सहायता राशि जारी करने के निर्देश वहां मौजूद अधिकारियों को दिए. इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने डीसी मंडी को आदेश दिया कि वे बैंक लोग की पूरी जानकारी इकट्ठा करें और उसे सीएम कार्यालय भेजें, ताकि बच्चों हरसंभव मदद की जा सके. उन्होंने डीसी को यह भी निर्देश दिए कि राज्य सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए जो योजना चलाई है, इन दोनों को उसमें शामिल किया जाए, ताकि इन्हें हर महीने आर्थिक सहायता मिलती रहे.
कोरोना महामारी ने इन बच्चों के सिर से मां बाप का साया छीन लिया हैं. सोफिया के पिता निर्मल कुमार हर्बल गार्डन में दिहाड़ीदार थे. पिता के गुजर जाने के बाद दोनों बच्चों के जिंदगी गुजारने में तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. जोगिंद्रनगर में सीएम जयराम ठाकुर ने यह भी गुहार लगाई की वह जब 18 साल का हो जाए तो उसके लिए कोई नौकरी की भी व्यवस्था की जाए. जिससे भाई-बहन अपना गुजारा कर सकें.
आपको बता दें कि सीएम जयराम ठाकुर अपने गृह जिला मंडी के दो दिवसीय प्रवास पर हैं. सीएम बीते शुक्रवार की शाम जोगिंद्रनगर विधानसभा के दौरे थे. इस दौरान अपनी फरियाद लेकर दोनों भाई-बहन अपने रिश्तेदारों के साथ सीएम से मुलाकात करने पहुंचे थे.
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