सराज: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को सराज विधानसभा क्षेत्र के अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान लगभग 167 करोड़ रुपये की 27 विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए. उन्होंने बगस्याड़, परवाड़ा कयोलीधार तथा बाड़ा में जनसभाओं को सम्बोधित किया. मुख्यमंत्री ने स्थानीय जनता की मांग पर नागरिक अस्पताल बगस्याड़ को 50 बिस्तर से बढ़ाकर 100 बिस्तर के अस्पताल में स्तरोन्नत करने और बगस्याड़ में पुलिस चौकी खोलने, गाड़ से परमेली, सरली से नहाच तथा छोई पाल से सलार सड़कों के निर्माण को 10-10 लाख रुपये प्रदान करने की भी घोषणा की. उन्होंने बगस्याड़ में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला खोलने का भी आश्वासन दिया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 4.28 करोड़ रुपये की (development projects in Seraj) लागत से परवाड़ा में निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के अतिरिक्त भवन का लोकार्पण किया. उन्होंने 1.72 करोड़ रुपये लागत की उठाऊ जलापूर्ति योजना टिक्कर, बह तथा बटांड, केलोधार में 54 लाख रुपये के लागत से निर्मित कनिष्ठ अभियन्ता कार्यालय एवं आवास भवन, ग्राम पंचायत तांदी, सरोआ, थरजून, मसरानी, बासी, देवधार, खारशी तथा कोटला खुनाला के लिए 39.43 करोड़ रुपये लागत की जलापूर्ति योजना, 6.14 करोड़ रुपये लागत की उठाऊ जलापूर्ति योजना कालीगढ़ तथा बाड़ा, बाड़ा में 1.55 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जल शक्ति विभाग की निरीक्षण कुटीर, बाखली में 7 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नेचर पार्क का लोकार्पण किया.
मुख्यमंत्री ने एक करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इंटरप्रटेशन सेंटर बाखली, 59 लाख रुपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला केलोधार में निर्मित विज्ञान प्रयोगशाला, बगस्याड़ में 28.44 करोड़ रुपये लागत से निर्मित 50 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल का लोकार्पण किया. उन्होंने 2.43 करोड़ रुपये की लागत से बगस्याड़ में निर्मित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, 4.55 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बगस्याड़ के अतिरिक्त भवन, 24.89 करोड़ रुपये की लागत से हणोगी में बने केबल स्टेड पुल, 77 लाख रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शारटी के भवन का लोकार्पण किया. उन्होंने तहसील थुनाग में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कानधा, राजकीय उच्च विद्यालय अनाह और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बांदल का शुभारम्भ भी किया.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 43.31 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास किए, जिनमें 2.94 करोड़ रुपये लागत से परवाड़ा में निर्मित होने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन, ददोह में 73 लाख रुपये की लागत से बनने वाला आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र भवन, 99 लाख रुपये की लागत से ग्राम पंचायत मझोटी के देवधार में जल शक्ति विभाग की निरीक्षण कुटीर, 84 लाख रुपये की लागत से बाड़ा में निर्मित होने वाला पशु चिकित्सालय भवन, 98 लाख रुपये लागत से मसरानी, सरोआ और कोटला खुनाला में निर्मित होने वाली उठाऊ जलापूर्ति योजना, 28.62 करोड़ रुपये लागत से विभिन्न गांवों के लिए बनने वाली उठाऊ सिंचाई योजना, सुराह खड्ड पर 89 लाख रुपये लागत का 19 मीटर लंबा पुल, तहसील थुनाग के सुराह में 75 लाख रुपये लागत का स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन, 5.69 करोड़ रुपये की लागत से बगस्याड़ में निर्मित होने वाला संयुक्त कार्यालय भवन और 88 लाख रुपये की लागत से तांदी में बनने वाला स्वास्थ्य केंद्र भवन शामिल हैं.
बगस्याड़ में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले लगभग पांच वर्षों के दौरान प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र का एक समान विकास सुनिश्चित किया है. उन्होंने कहा सराज विधानसभा क्षेत्र में 224 करोड़ रुपये की विभिन्न जलापूर्ति योजनाओं के कार्य प्रगति पर हैं. उन्होंने कहा कि थाची, बागा चनोगी व छतरी में उप तहसील कार्यालय खोले गए. छतरी को डिग्री कॉलेज की सौगात दी गई है. बागा चनोगी में आईटीआई तथा जल शक्ति विभाग का उपमण्डल कार्यालय खोला गया है. 8.27 करोड़ रुपये की लागत से लम्बाथाच में कॉलेज का निर्माण किया गया है. उन्होंने कहा कि थुनाग में 240 करोड़ रुपये की लागत से औद्यानिकी व वानिकी महाविद्यालय के भवन का निर्माण किया जाएगा. उन्होंनेे कहा कि शाटाधार, तुंगासीधार, घाटीधार जैसे कठिन क्षेत्रों तक सड़कें पहुंचाई गई हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में एक बार फिर से भाजपा की सरकार बनेगी और पहले से कहीं अधिक बहुमत के साथ पुनः सत्ता में आकर रिवाज को बदलेंगे. उन्होंने कहा कि 125 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान करके प्रदेश के 14 लाख उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाया गया है. महिलाओं को हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में किराये में 50 प्रतिशत की छूट दी गई है जिससे सैंकड़ों कामकाजी महिलाओं की 4 से 6 हजार रुपये सालाना किराये की बचत होगी. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मुफ्त पेयजल की सुविधा से लाखों लोगों को लाभ पहुंचा है. परवाड़ा में जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राजकीय प्राथमिक पाठशाला मझोल को माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने, पशु औषधालय भवन के निर्माण को धनराशि प्रदान करने तथा परवाड़ा में निरीक्षण कुटीर व सामुदायिक भवन के निर्माण की भी घोषणा की.
मुख्यमंत्री ने कयोलीधार में कानूनगो वृत्त भवन के लिए बजट (development projects in Seraj) प्रावधान करने तथा क्षेत्र को ईको टूरिज्म से जोड़ने, आयुर्वेदिक औषधालय कयोलीधार को आयुर्वेदिक अस्पताल में स्तरोन्नत करने और कयोलीधार में सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा की. उन्होंने लोक निर्माण विभाग को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कयोलीधार में आर्ट्स ब्लॉक का प्राक्कलन तैयार करने के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बाड़ा में लगभग 77 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास करने के बाद जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि विकास एक सतत् प्रक्रिया है. वर्तमान सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान विकास के कई नए आयाम स्थापित किए हैं.
उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं कार्यान्वित करके इनके सामाजिक, आर्थिक स्तर में सुधार सुनिश्चित बनाया गया है. बीपीएल परिवारों की बेटियों को शादी पर 31 हजार रुपये का शगुन प्रदान किया जा रहा है. मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना में महिलाओं को अपना उद्यम स्थापित करने के लिए 35 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है. गैस कनैक्शन प्रदान करके महिलाओं को धुएं और बीमारियों से निजात दिलाई है. 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर सामाजिक सुरक्षा पैंशन प्रदान की जा रही है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आज बेरोजगारी और महंगाई की बात करती है जबकि उनके कार्यकाल के दौरान महंगाई चरम पर थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भारत जोड़ो अभियान अवश्य चला रखा है, लेकिन राज्यों में उनके नेता पार्टी छोड़ो अभियान पर हैं. मुख्यमंत्री ने थाची में प्राथमिक विद्यालय खोलने, राजकीय माध्यमिक अनाहा को राजकीय उच्च पाठशाला में स्तरोन्नत करने और कांडी में पशु औषधालय खोलने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि बाड़ा में उप तहसील खोलने की मांग पर भी विचार किया जाएगा. सभी पंचायतों में स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधानों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं रखीं.
ये भी पढ़ें: सैन्य बलिदानी परिवार सम्मान समारोह में बोले राजनाथ सिंह, साहसी नेतृत्व होता तो नहीं होता POK विवाद