करसोग: थाना करसोग में एचआरटीसी परिचालक के खिलाफ एट्रोसिटी का मामला दर्ज हुआ है. पुलिस ने ये मामला दिव्यांग मोहन सिंह की शिकायत पर दर्ज किया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक मोहन सिंह पुत्र कन्हैया लाल गांव फलोग डाकखाना पांगणा तहसील करसोग ने आरोप लगाया है कि जब वह सरकारी काम निपटाने के बाद 20 सितंबर को पांगणा से एचआरटीसी की बस में चढ़ा तो परिचालक टेकचंद गुप्ता ने बस में मुफ्त की यात्रा का कमेंट करना शुरू कर दिया.
यही नहीं इस दौरान परिचालक ने दिव्यांग को सही तरीके से खड़ा होने की बात करने के साथ धक्के मारते हुए बस के अगले दरवाजे से पीछे तक ले गया. दिव्यांग का आरोप है कि जब उसने इसका विरोध किया तो परिचालक ने बस से बाहर फेंकने और जाति सूचक शब्द का प्रयोग किया.
यही नहीं परिचालक ने छाती पर भी लात मार दी. जिससे दिव्यांग बस की गैलरी में गिर गया. इस दौरान बस में कई और लोग भी सफर कर रहे थे. दिव्यांग ने शिकायत में कहा कि बस परिचालक के इस तरह के व्यवहार से काफी आहत हुआ हूं. बता दें कि मोहन सिंह राजकीय माध्यमिक पाठशाला जाछ में सेवादार के पद पर तैनात है. जो विद्यालय के काम से स्टेट कोऑपरेटिव बैंक की शाखा पांगणा आया था. जब वह काम करने के बाद पांगणा से एचआरटीसी की बस में चढ़ा तो उस दौरान उसके साथ इस तरह का व्यवहार हुआ.
डीएसपी गीतांजलि ठाकुर ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि करसोग थाना में एट्रोसिटी का मामला दर्ज हुआ है. दिव्यांग मोहन सिंह ने बस परिचालक के खिलाफ जाति सूचक शब्द का प्रयोग करने और मारपीट की शिकायत दर्ज की है. दिव्यांग का मेडिकल करवाया गया है. अब मामले की छानबीन करने के लिए बुधवार को स्पॉट पर जाकर आरोपी से पूछताछ की जाएगी. उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता ने बस में सवार चार गवाहों के नाम भी लिखवाए हैं, उनके भी स्पॉट पर बयान दर्ज किए जाएंगे.