करसोगः उपमंडल करसोग के हर क्षेत्रों में लोगों को बस सेवा उपलब्ध हो, इसके लिए अब करसोग के काओ से शिमला के लिए वाया शालाणी होकर बस चलाई जाएगी. स्थानीय विधायक हीरालाल ने बताया है कि इस रूट पर साल के अंत तक बस चलाने का प्रयास किया जा रहा है.
इस बारे में अधिकारियों को पहले ही जरुरी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. वाया शालाणी बस सेवा शुरू होने से सात से आठ पंचायतों हजारों लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी. इस पर राहत की बात ये है ये सड़क करसोग के ऐसे क्षेत्रों से होकर निकली गई है, जहां सर्दियों में कभी बर्फ नहीं पड़ती है.
ऐसे में अगर बर्फ गिरने की वजह से करसोग से शिमला सड़क मार्ग बखरौट, चिंडी व चुराग में बर्फ गिरने से अवरुद्ध भी होता है तो इस स्थिति में शिमला की ओर जाने वाली सभी बसों को वाया शालाणी होकर भेजा जा सकता है. ऐसे में ये रोड बर्फ गिरने पर भी खुला रहेगा, जिससे लोगों को सर्दियों के मौसम में भी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
35 से 40 हजार की आबादी को सुविधा
काओ से शिमला वाया शालाणी बस सेवा शुरू होने से करसोग उपमंडल की निचले क्षेत्रों की 35 से 40 हजार की आबादी को बड़ी सुविधा मिलेगी. अभी इस रूट पर कोई भी बस सुविधा उपलब्ध नहीं है. इन क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़क का कार्य पूरा हो चुका है. ऐसे में लोग भी इस रूट पर बस सेवा की मांग कर रहे हैं. अगर इस रूट पर बस चलाई जाती है तो जनता को इससे बहुत बड़ी राहत मिलेगी.
करसोग विधायक हीरा लाल ने बताया कि काओ, कांडा, सेरी वाया शालाणी सड़क पर इस साल के अंत तक बस सेवा शुरू करने का प्रयास रहेगा. उन्होंने कहा कि अगर ऊपरी क्षेत्रों में बर्फ पड़ती है तो वाया शालाणी सड़क 12 महीने खुली रहेगी. इसमें हमेशा बसें चलती रहेगी. इससे करसोग के निचले क्षेत्रों के लोगों को भी बड़ी सुविधा मिलेगी.
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