मंडी: प्रदेश की राजनीति में अपना अलग स्थान रखने वाले पंडित सुखराम के परिवार व पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर (Former Minister Kaul Singh Thakur) के बीच राजनीतिक मतभेद उपचुनावों के बीच एक बार फिर से सामने आए हैं. पंडित सुखराम के पोते आश्रय शर्मा ने पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह के बयान पर तीखा पलटवार किया है. बता दें कि बीते रोज मंडी में पत्रकार वार्ता के दौरान कौल सिंह ठाकुर ने सुखराम और उनके पोते आश्रय शर्मा को कांग्रेस में ही रहकर काम करने की सलाह दी थी.
शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव व पूर्व प्रत्याशी आश्रम शर्मा ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता ठाकुर कौल सिंह को घेरते हुए कहा कि मंडी जिले को मुख्यमंत्री के रूप में जो मान-सम्मान मिला है वो वर्षों पहले मिल जाता, यदि कौल सिंह ठाकुर ने पंडित सुखराम का साथ दिया होता. सभी जानते हैं कि उस वक्त जिले की पीठ किसने धरती लगाई थी, आश्रय ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने उनका टिकट पिछले चुनावों में मिली हार के चलते काटा है और अगर पार्टी ने यह मापदंड तय किया है तो फिर आगामी विधानसभा चुनावों में कौल सिंह ठाकुर और उनकी बेटी चंपा ठाकुर को भी टिकट न दिया जाए, क्योंकि ये दोनों पिछले विधानसभा चुनावों में हार का सामना कर चुके हैं.
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