मंडीः राजधानी शिमला के बाद अब मंडी जिला से भी कश्मीरी मजदूरों को वापस उनके घर भेजने का इंतजाम किया गया है. सोमवार को 67 कश्मीरी मजदूरों को दो निजी बसों के माध्यम से मंडी से पठानकोट के लिए रवाना किया गया. जहां से आगे जम्मू-कश्मीर प्रशासन इन्हें घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करेगा.
बता दें कि इन सभी कश्मीरी मजदूरों ने शनिवार को जिला प्रशासन से इन्हें घर भिजवाने की गुहार लगाई थी. इन्होंने शिमला से भेजे गए कश्मीरी मजदूरों की तर्ज पर इन्हें भी घर भिजवाने की अर्जी दी थी और साथ ही यह तर्क भी दिया था कि रमजान का पवित्र महीना वे अपने परिवार के साथ मनाना चाहते हैं.
इनकी अर्जी को जिला प्रशासन ने स्वीकार करते हुए सोमवार को इन सभी को वापस अपने घर जाने की अनुमति भी दे दी गई और इन्हें बसों के माध्यम से भिजवा भी दिया गया. कश्मीर निवासी मोहम्मद रिशी और शहजाद अहमद ने इसके लिए सरकार, प्रशासन और मीडिया का आभार जताया है. इनके चेहरों पर घर जाने की खुशी साफ तौर पर देखी जा सकती थी .
गौरतलब है कि कश्मीरी मजदूर हर साल काम के सिलसिले में हिमाचल प्रदेश के हर कोने में आते हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के कारण न तो इन्हें काम मिल सका और न ही यह रोजगार कमा सके. वहीं, इन्हें लॉकडाउन के कारण किराए के कमरों में एक महीने से अधिक का समय निकालना पड़ा. अब रमजान का महीना शुरू हो गया है जिसके चलते इन्होंने प्रशासन से घर वापसी की गुहार लगाई थी और सोमवार को इन्हें घर वापिस भिजवा दिया गया है.
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