कुल्लू: जिला परिषद का आरक्षण रोस्टर जारी होने और चेयरमैन पद ओपन होने से चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं की संख्या बढ़ गई है. कांग्रेस की ओर से जिला अध्यक्ष बुद्धि सिंह ठाकुर और भाजपा से पूर्व अध्यक्ष रोहणी चौधरी चुनाव मैदान में उतरे हैं, लेकिन खास बात ये है कि इस बार शिक्षा मंत्री गोविद ठाकुर की बहन धनेश्वरी ठाकुर चुनाव नहीं लड़ेंगी. इसके अलावा कई नेताओं के नामों की चर्चा भी शुरू हो गई है. जिले में जिला परिषद का चेयरमैन पद अनारक्षित है और सभी 14 वार्ड से लोग अपनी-अपनी दावेदारी जता रहे हैं.
क्षेत्र में गर्मा रही राजनीति
जिला परिषद की सीट जीतने के साथ-साथ चेयरमैन की कुर्सी पर सबकी निगाहें टीकी हैं. शहर में भी लगातार चर्चाओं का माहौल गर्म है. इसी कड़ी में ढालपुर में भी शनिवार को बुजुर्ग चर्चा कर रहे थे कि इस बार आनी उपमंडल के सभी चार वार्ड अनारक्षित हैं, इसलिए चेयरमैन की कुर्सी पर इस बार आउटर सराज को जा सकती है. इस बार पांच वार्ड महिलाओं के लिए अनारक्षित हैं, जबकि दो वार्ड अनुसूचित जाति और दो अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के लिए आरक्षित हैं.
ये बड़े दिग्गज नहीं लड़ेंगे चुनाव
आरक्षण रोस्टर ने इस बार कई पुराने चेहरों को चुनाव के मैदान से बाहर कर दिया है. जिसके तहत धनेश्वरी ठाकुर, प्रेमलता ठाकुर, हितेश्वर ठाकुर इस बार चुनावी अखाडे़ में नजर नहीं आएंगे. चुनावी मैदान में ना उतरने वालों में सबसे बड़ा नाम शिक्षा मंत्री गोविद ठाकुर की बहन धनेश्वरी ठाकुर का है.
जिला परिषद का आरक्षण रोस्टर
कुल्लू में इस बार वशिष्ठ, लरांकेलो, बरशैणी, जरड भुट्टी कालोनी, धाउगी पांच वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जबकि बाडी, दलाश, लझेरी, नसोगी, चायल पांच वार्ड अनारक्षित है. वहीं, अनुसूचित जाति के लिए दो वार्ड कोठीचैहणी और मौहल आरक्षित है, जबकि चेष्ठा और डुगीलग अनुसूचित जाति महिलाओं के लिए आरक्षित हैं.
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