कुल्लू: जिला कुल्लू में अल्पसंख्यक समुदाय की एक महिला के साथ ट्रिपल तलाक का मामला सामने आया है तो वहीं, अब पीड़ित महिला ने एसपी कुल्लू से न्याय की गुहार लगाई है. पीड़ित महिला वार्ड मेंबर के रूप में भी काम कर रही है. एसपी कार्यालय कुल्लू पहुंचकर पीड़िता ने घटना से अवगत करवाया. वहीं, मांग रखी कि जल्द से जल्द उसे न्याय दिया जाए. पीड़िता का कहना है कि अगर भुंतर पुलिस ने पहले ही सख्त कार्रवाई की होती तो बाद में उन्हें यह परेशानी नहीं उठानी पड़ती.
पीड़ित महिला का कहना है कि उसके पति रफीक मोहमद ने 6 अगस्त को मोबाइल के माध्यम से तीन तलाक कह कर तलाक नामा दे दिया. महिला ने बताया उस समय में अपने मायके मनाली 15 मील गई थी और वापस ससुराल आने ही वाली थी कि मुझे मेरे पति ने जबरन मोबाइल से तीन तलाक दिया. वहीं,उसके मायके वालों ने ससुराल से बड़े बुजुर्ग, मौलवियों व अन्य बुद्धिजीवियों को समझौता करने के लिए भी सबको इकट्ठा किया, लेकिन मेरे पति व ससुराल वाले कोई नहीं आए.
पीड़िता की शादी 8 वर्ष पहले दलाशनी गांव के रफीक से हुई थी. उनकी 6 व 3 वर्ष की दो बेटियां हैं. एक लड़की उसके पास है और दूसरी उसके पति के पास है. पीड़िता अब गहरे सदमे में है और न्याय की मांग कर रही है. उसका कहना है कि उन्होंने पहले भी भुंतर पुलिस में भी शिकायत दर्ज करवाई थी और पुलिस ने पति-पत्नी की काउंसलिंग भी की थी, लेकिन उसके बाद भी उसके पति को कोई फर्क नहीं पड़ा. अब वह एसपी कुल्लू से मांग करती है कि उन्हें जल्द से जल्द इस मामले में न्याय दिया जाए.
वहीं, एसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, महिला की शिकायत पर महिला थाना में Muslim Women (Protection of Rights on Marriage) Act, 2019 में मामला दर्ज किया गया है.
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