कुल्लू: आज भगवान रघुनाथ के अस्थायी शिविर ढालपुर में शुद्धि यज्ञ (Today there will be a purification yagya in Dhalpu)होगा. इसके लिए बुधवार को भगवान रघुनाथ रघुनाथपुर से अपने अस्थायी शिविर ढालपुर पहुंच गए. इसके अलावा उनकी पांच कुलदेवियां व न्यूली माता सहित बिजली महादेव, ब्रह्मा, जमद्ग्नि के निशानों के अलावा दो देवरथ जिनमें देवता धूंबल नाग व स्थानीय गौहरी देवता यहां पहुंच गए. बता दें कि वर्ष 2020 में दशहरा उत्सव में ही देवी-देवता न बुलाने, देवधुन बजाने और देवस्थलों से थड़ियों को हटाने, मुख्यत: कोरोना को दूर भगाने के लिए वर्ष 2021 में आयोजित अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के तीसरे दिन 17 अक्टूबर को 49 साल के बाद ढालपुर मैदान में कुष्ठू काहिका करके मैदान को शुद्ध किया गया था.
इसमें सात देवी-देवताओं ने भाग लिया था. कुष्ठू काहिका के बाद फिर से मैदान की शुद्धि होनी थी, जिसके चलते अब 5 मई से 7 मई तक यज्ञ होगा.दशहरा व वसंत पंचमी में भगवान रघुनाथ की रथयात्रा निकलती ,लेकिन इस बार रघुनाथ रघुनाथपुर से पालकी में ही बैठकर अपने अस्थायी शिविर पहुंचे. भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार महेश्वर सिंह ने बताया कि दशहरा उत्सव के दौरान यहां पर ढालपुर मैदान की शुद्धि के लिए कुष्ठू काहिका का आयोजन किया गया था.
भगवान रघुनाथ का वैष्णव धर्म है इसलिए कुष्ठू के बाद शुद्धि अनिवार्य थी. इसी के मद्देनजर यहां पर भगवान रघुनाथ पहुंचे और वीरवार से शुद्धि यज्ञ शुरू होगा. जोंकि 7 मई तक चलेगा. 7 मई को पूर्णाहुति के साथ ब्रह्मभोज का आयोजन होगा, जिसमें जिले के सभी देवी -देवताओं के अलावा उनके कारकनू को निमंत्रण भेजा गया है.