कुल्लू: मनाली-लेह मार्ग पर जमी बर्फ की मोटी चादर को हटाने का काम तेज हो गया है. इस सड़क को बहाल करते हुए बीआरओ के डोजर 24 किलोमीटर दूर गुलाबा जा पहुंचे हैं. गुलाबा पर्यटन स्थल तीन महीने बाद बर्फ की कैद से आजाद हुआ है.
बीआरओ एक मार्च को सड़क बहाली का काम शुरू करता था लेकिन इस बार खराब मौसम के चलते बीआरओ समय पर मार्ग बहाली शुरू नही कर पाया है. बीआरओ का दावा है कि सड़क बहाली का काम समय पर ही कर लिया जाएगा. इस बार सैलानियों को बर्फ का दीदार करने में कोई दिक्कत नही होगी.
आपको बता दें कि मनाली आने वाले सैलानियों की पसंद हमेशा रोहतांग ही रहा है. लाहौल सहित स्पीति घाटी में भी बर्फ हटाने का काम शुरू हो गया है. स्पीति में बीआरओ की प्राथमिकता सुमदो से लोसर तक सड़क बहाल करना है. लोसर को बहाल करने के बाद बीआरओ लोसर से कुंजम जोत की ओर बढ़ेगा.
बीआरओ ने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग की बहाली का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दी है. बीआरओ की प्राथमिकता लाहौल घाटी को कुल्लू से जोड़ने की है. 13050 फीट ऊंचे रोहतांग दर्रे को बहाल करने को मनाली से गुलाबा जबकि सिसु से भी डोजर कोकसर की ओर बढ़ गए हैं. बीआरओ 70 आरसीसी ने मुख्य सड़क मनाली लेह मार्ग और 94 आरसीसी ने घाटी के अंदर की सड़कें बहाल करानी शुरू कर दी है. बीआरओ 94 आरसीसी ने अबतक उदयपुर से तांदी की ओर बर्फ हटाते हुए 26 किमी दूर उदयपुर से जहलमा तक सड़क बहाल कर ली है.
बीआरओ कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल उमा शंकर ने बताया की बीआरओ ने सड़क बहाली में टीम जुटी हुई है. समय पर सभी सड़के बहाल कर ली जाएंगी. बीआरओ शीघ्र ही गुलाबा में पूजा पाठ कर जवानों का मनोबल बढ़ाएगा.