कुल्लू: बारिश के बाद नदियों में बढ़ रहे जलस्तर के चलते प्रशासन ने ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग समेत दूसरी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. घाटी में 15 जुलाई से पैराग्लाइडिंग को भी दो माह के लिए बंद किया जाएगा.
बरसात के मौसम में राफ्टिंग अधिकारिक तौर पर 15 सितंबर तक बंद रहती है, लेकिन इस बार प्रशासन ने एक सप्ताह पहले ही इस पर रोक लगा दी है. वहीं, कुल्लू में ब्यास नदी के साथ-साथ इसकी सहायक नदियों का जलस्तर उफान पर है. घाटी में हल्की बारिश के अलावा अभी तक लगातार बारिश का दौर शुरू नहीं हुआ है, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग ने सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया है.
ऐसे में अब कुल्लू-मनाली आने वाले सैलानी बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, झिड़ी और रायसन में रिवर राफ्टिंग नहीं कर सकेंगे. जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सात जुलाई से रिवर राफ्टिंग पर रोक लगा दी है, जो अब 15 सितंबर तक जारी रहेगी.
विभाग के पास पंजीकृत हैं 300 राफ्ट
जिला कुल्लू में बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, रायसन तथा झीड़ी आदि रिवर राफ्टिंग प्वाइंट्स पर करीब 300 राफ्टों का संचालन किया जाता है. जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि रिवर राफ्टिंग के नियमों को पूरा करने वाले करीब 100 संचालकों को लाइसेंस दिया गया है. विभाग की तकनीकी कमेटी की ओर से समय-समय चेकिंग व राफ्टों का निरीक्षण किया जाता है.