ETV Bharat / city

कुल्लू में 2 माह के लिए लगा रिवर राफ्टिंग पर प्रतिबंध, ये रही वजह - रिवर राफ्टिंग कुल्लू

अब कुल्लू-मनाली आने वाले सैलानी बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, झिड़ी और रायसन में रिवर राफ्टिंग नहीं कर सकेंगे. जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सात जुलाई से रिवर राफ्टिंग पर रोक लगा दी है, जो अब 15 सितंबर तक जारी रहेगी.

author img

By

Published : Jul 14, 2019, 1:54 PM IST

कुल्लू: बारिश के बाद नदियों में बढ़ रहे जलस्तर के चलते प्रशासन ने ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग समेत दूसरी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. घाटी में 15 जुलाई से पैराग्लाइडिंग को भी दो माह के लिए बंद किया जाएगा.

बरसात के मौसम में राफ्टिंग अधिकारिक तौर पर 15 सितंबर तक बंद रहती है, लेकिन इस बार प्रशासन ने एक सप्ताह पहले ही इस पर रोक लगा दी है. वहीं, कुल्लू में ब्यास नदी के साथ-साथ इसकी सहायक नदियों का जलस्तर उफान पर है. घाटी में हल्की बारिश के अलावा अभी तक लगातार बारिश का दौर शुरू नहीं हुआ है, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग ने सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया है.

ऐसे में अब कुल्लू-मनाली आने वाले सैलानी बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, झिड़ी और रायसन में रिवर राफ्टिंग नहीं कर सकेंगे. जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सात जुलाई से रिवर राफ्टिंग पर रोक लगा दी है, जो अब 15 सितंबर तक जारी रहेगी.

विभाग के पास पंजीकृत हैं 300 राफ्ट
जिला कुल्लू में बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, रायसन तथा झीड़ी आदि रिवर राफ्टिंग प्वाइंट्स पर करीब 300 राफ्टों का संचालन किया जाता है. जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि रिवर राफ्टिंग के नियमों को पूरा करने वाले करीब 100 संचालकों को लाइसेंस दिया गया है. विभाग की तकनीकी कमेटी की ओर से समय-समय चेकिंग व राफ्टों का निरीक्षण किया जाता है.

कुल्लू: बारिश के बाद नदियों में बढ़ रहे जलस्तर के चलते प्रशासन ने ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग समेत दूसरी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. घाटी में 15 जुलाई से पैराग्लाइडिंग को भी दो माह के लिए बंद किया जाएगा.

बरसात के मौसम में राफ्टिंग अधिकारिक तौर पर 15 सितंबर तक बंद रहती है, लेकिन इस बार प्रशासन ने एक सप्ताह पहले ही इस पर रोक लगा दी है. वहीं, कुल्लू में ब्यास नदी के साथ-साथ इसकी सहायक नदियों का जलस्तर उफान पर है. घाटी में हल्की बारिश के अलावा अभी तक लगातार बारिश का दौर शुरू नहीं हुआ है, लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग ने सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया है.

ऐसे में अब कुल्लू-मनाली आने वाले सैलानी बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, झिड़ी और रायसन में रिवर राफ्टिंग नहीं कर सकेंगे. जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सात जुलाई से रिवर राफ्टिंग पर रोक लगा दी है, जो अब 15 सितंबर तक जारी रहेगी.

विभाग के पास पंजीकृत हैं 300 राफ्ट
जिला कुल्लू में बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, रायसन तथा झीड़ी आदि रिवर राफ्टिंग प्वाइंट्स पर करीब 300 राफ्टों का संचालन किया जाता है. जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि रिवर राफ्टिंग के नियमों को पूरा करने वाले करीब 100 संचालकों को लाइसेंस दिया गया है. विभाग की तकनीकी कमेटी की ओर से समय-समय चेकिंग व राफ्टों का निरीक्षण किया जाता है.

Intro:कुल्लू
जिला में 2 माह के लिए लगा रिवर राफ्टिंग और साहसिक गतिविधियों पर प्रतिबंधBody:

मौसम विभाग की चेतावनी के बाद घाटी में ब्यास की धारा पर रिवर राफ्टिंग नहीं होगी, जबकि 15 जुलाई से पैराग्लाइडिंग को भी दो माह के लिए बंद किया जाएगा। हालांकि बरसात के मौसम में राफ्टिंग अधिकारिक तौर पर 15 जुलाई से 15 सितंबर तक बंद रहती है। इस बार प्रशासन ने एक सप्ताह पहले ही इस पर रोक लगा दी है। 15 जुलाई से पैराग्लाइडिंग के साथ अन्य साहसिक गतिविधियों पर रोक लगाई जााायेई। वहीं, कुुल्लू में ब्यास नदी के साथ-साथ इसकी सहायक नदियों का जलस्तर उफान पर है। घाटी में हल्की बारिश छोड़कर अभी तक लगातार बारिश का दौर शुरू नहीं हुआ है। लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बाद जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग ने सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया है। ऐसे में अब कुल्लू-मनाली का सैर सपाटे करने वाले सैलानी बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, झिड़ी तथा रायसन आदि रिवर राफ्टिंग प्वाइंटों में राफ्टिंग की अठखेलियां नहीं कर सकेंगे। जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सात जुलाई से रिवर राफ्टिंग पर रोक लगा दी है, जो अब 15 सितंबर तक जारी रहेगी। कहा कि उफनती ब्यास में पर्यटकों की सुरक्षा के साथ किसी तरह का खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। जिले में मानसून की दस्तक देने से ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है। कहा कि 15 जुलाई से पैराग्लाइडिंग के साथ अन्य साहसिक गतिविधियों पर रोक लगाई जाएगी।
Conclusion:विभाग के पास पंजीकृत हैं 300 राफ्ट
जिला कुल्लू में बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, रायसन तथा झीड़ी आदि रिवर राफ्टिंग प्वाइंटों पर करीब 300 राफ्टों का संचालन किया जाता है। जिला पर्यटन अधिकारी बीसी नेगी ने कहा कि रिवर राफ्टिंग के नियमों को पूरा करने वाले करीब 100 संचालकों को लाइसेंस दिया गया है। विभाग तथा तकनीकी कमेटी की ओर से समय-समय चेकिंग व राफ्टों का निरीक्षण किया जाता है। उन्होंने कहा कि विभाग साहसिक गतिविधियों पर नजर रखे हैं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.