कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली (old pension restoration in himachal pradesh) की मांग को लेकर कर्मचारी आए दिन धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. रविवार को जिला कुल्लू में हजारों कर्मचारियों ने विशाल रैली (new pension scheme employees federation protest in kullu) निकालकर सरकार की परेशानी बढ़ा दी है. इस दौरान नारेबाजी करते हुए पुरानी पेंशन बहाली की मांग की गई है, मांग पूरी नहीं होने पर सरकार को बदलने की बात तक कह दी है.
वहीं, पुरानी पेंशन बहाली को लेकर न्यू पेंशन कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर (State President of New Pension Employees Federation) ने इस रैली को कामयाब बनाने के लिए सभी कर्मचारियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उनकी सिर्फ एक ही मांग है वह है पुरानी पेंशन बहाल करना. उन्होंने कहा कि इस रैली के बाद मानसून सत्र के दौरान हजारों कर्मचारी शिमला में एकत्र होंगे और विधानसभा का घेराव किया जाएगा. उन्होंने कहा कि छतीसगढ़ और झारखंड सरकारों ने पुरानी पेंशन बहाल कर दी है और हिमाचल प्रदेश सरकार को भी हमारी मांग माननी होगी, नहीं तो सरकार को इसका बहुत बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा.
वहीं, न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के जिला अध्यक्ष विनोद डोगरा ने बताया कि कई बार सरकार के समक्ष कर्मचारियों के द्वारा यह मुद्दा रखा गया है, लेकिन सरकार अभी भी इस मामले में गंभीर नहीं है. उन्होंने कहा कि पेंशन संकल्प रैली कार्यक्रम में हजारों कर्मचारियों (Old Pension Demand in Himachal) ने भाग लिया है और शिमला में डेढ़ लाख कर्मचारी इकट्ठा होंगे. महिला विंग की अध्यक्ष निशा वर्मा ने कहा कि पुरानी पेंशन का मुद्दा सिर्फ कर्मचारियों का नहीं बल्कि उनके परिवार के सदस्यों का भी मुद्दा है.
उन्होंने कहा कि न्यू पेंशन के नाम से सरकार कर्मचारियों के साथ मजाक (government employees in himachal) कर रही है और उन्हें दी जाने वाली पेंशन नाम मात्र की है. ऐसे में एक बार फिर से कर्मचारियों ने मन बना लिया है कि वे प्रदर्शनों के माध्यम से सरकार से मांग रखी जा रही है कि पुरानी पेंशन बहाली को जल्द से जल्द लागू किया जाए.