कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय दशहरा के मौके पर भुंतर स्थित ब्यास-पार्वती नदी के संगम स्थल के पास पर बने बैली ब्रिज के गार्डर टूटने पर एनएचएआई ने भुंतर बैली ब्रिज की मरम्मत करने से हाथ खड़े कर दिए हैं. अब पुल की मरम्मत एनएच की ओर से लोनिवि के मेकेनिकल विंग की ओर से किया जा रहा है.
पुल की मरम्मत पर 11 लाख रुपये का खर्चा आएगा और इसे तैयार होने में अभी एक हफ्ते का समय लगेगा. पुल बंद होने से आम लोगों के साथ-साथ किसानों-बागवानों और सैलानियों की समस्या बढ़ गई है. खासकर पार्वती घाटी के किसानों-बागवानों को अपने उत्पादन मंडियों तक पहुंचाने के लिए 20 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर करना पड़ रहा है. बागवानों को वाया बजौरा होकर आना पड़ रहा है.
पुल बंद होने से मंगलवार को पारला भुंतर से बजौरा के बीच भारी जाम लगा और करीब तीन घंटे तक किसानों-बागवानों के साथ आम लोग और पर्यटक फंसे रहे. मार्ग वन वे होने की वजह से वहां जाम लगना आम बात है. जिससे बागवानों और बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
भुंतर बैली ब्रिज के गार्डर टूटने से पुल से होकर वाहनों की आवाजाही बंद होने को लेकर लोगों में सरकार और प्रशासन के प्रति भारी रोष है. वहीं, पुल की मरम्मत को लेकर एनएच अथॉरिटी ने हाथ खड़े कर दिए और अब एनएच ने लोनिवि के मेकेनिकल विंग शमशी के सहयोग से पुल की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है.
एनएच लोनिवि के अधिशासी अभियंता महेश राणा ने बताया कि पुल का निर्माण कार्य मेकेनिकल विंग शमशी के सहयोग से शुरू कर दिया है. जिसमें पुल की मरम्मत में करीब एक हफ्ते का समय और 11 लाख रुपये का खर्च आएगा.
उपायुक्त कुल्लू ऋचा वर्मा ने बताया कि दो दिन से पुल के मरम्मत का काम चल रहा है. उन्होंने बताया कि भुंतर बैली पुल पर वाहनों की आवाजाही 25 सितंबर को भी सुबह 11 बजे से दोपहर बाद 2 बजे तक बंद रहेगी.