कुल्लू: जिला कुल्लू की उझी घाटी के देवता नाग धुम्बल अपने मूल स्थान से हारियानों संग पैदल चलकर एक बार फिर ढालपुर मैदान पहुंचे थे, तभी अपने स्थान पर अशुद्धि होने के चलते उन्होंने नाराजगी व्यक्त की.
अपने स्थान पर अशुद्धि होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए देवता नाग धुम्बल ने अपने गुर के माध्यम से कहा कि वो इस तरह की घटना को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे. देवता के गुस्से को देखते हुए अधिकारियों ने उनसे से क्षमा याचना की और भविष्य में ऐसी गलती ना दोहराने की बात कही. इसके बाद देवता का क्रोध शांत हुआ.
भगवान रघुनाथ के छड़ी बरदार महेश्वर सिंह ने कहा कि बीते शाम ही उन्हें पता चला कि नाग देवता अपने हारियानों के संग एक बार फिर कुल्लू आ रहे हैं. जब सुबह यहां पहुंचे तो वे काफी क्रोधित थे और उन्होंने अपने स्थान पर अशुद्धि होने की बात कही. उन्होंने बताया कि नाग देवता दशहरे में भी अपना अहम भूमिका निभाते हैं.
महेश्वर सिंह ने कहा कि भविष्य में भी प्रशासन के अधिकारियों द्वारा इस बात का ध्यान रखा जाए कि देव स्थानों पर ना ही किसी प्रकार के दुकान में लगने दी जाएं और ना ही उन स्थानों पर गाड़ियों को पार्क किया जाए. बता दें कि ढालपुर मैदान पहुंचने से पहले देवता अपने हरियानो के साथ डीसी कार्यालय भी पहुंचे, जहां से वे प्रशासनिक अधिकारियों को लेकर अपने दशहरा उत्सव में बैठने वाले स्थान पर पहुंचे.