कुल्लू: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर कुल्लू में कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलने का प्रण लिया. इस अवसर पर सदर विधायक सुंदर सिंह ठाकुर भी विशेष रूप से उपस्थित रहे.
कुल्लू सदर के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने बताया कि साल 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे और अपने गुरु गोपालकृष्ण गोखले के साथ इंडियन नेशनल कांग्रेस में शामिल हुए. इस दौरान भारत गुलामी की जंजीरों से जकड़ा हुआ था और किसी एक ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता थी जो स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई दिशा दे सके. गोपालकृष्ण गोखले ने उन्हें देश की नब्ज को समझने का सुझाव दिया. गांधी जी ने देश के हालात को समझने के लिए भारत भ्रमण की योजना बनाई, ताकि वह लोगों से जुड़ सकें. उन्होंने असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन का भी नेतृत्व किया था.
सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि देश की स्वतंत्रता में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के योगदान को शब्दों में नहीं मापा जा सकता. उन्होंने अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर अंग्रेजों को भारत छोड़ने के लिए मजबूर किया था. कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी के बताए हुए रास्तों पर चल रही है. महात्मा गांधी के आदर्शों के चलते कांग्रेस पार्टी एक सशक्त पार्टी बनकर उभरी है. वहीं, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी याद किया. उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने 'जय जवान जय किसान' का नारा देकर देश को मजबूत किया है.
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