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Himachal Seat Scan: बंजार में वर्तमान विधायक को मिलेगा जनता का साथ या कांग्रेस पर जताएगी अपना विश्वास, जानिए क्या हैं समीकरण ? - Banjar Congress Committee President

विधानसभा चुनाव से पहले ETV भारत प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों के सूरत-ए-हाल से रू-ब-रू (assembly election 2022 himachal seat scan) कराने जा रहा है. हिमाचल सीट स्कैन में आज हम बंजार विधानसभा सीट (Banjar Assembly Seat ground report) की बात करेंगे. इसके अलावा विपक्ष भी सत्ता पक्ष की नाकामियों को उजागर करने में जुटा हुआ है. चुनाव की दृष्टि से इस बार बंजार विधानसभा क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है. तो (Himachal Seat Scan) आइये जानते हैं इस साल क्या है यहां की जनता का मूड?

Banjar Assembly Seat ground report
बंजार विधानसभा सीट की ग्राउंड रिपोर्ट.
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Published : Jul 30, 2022, 5:31 PM IST

बंजार: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) की बिसात बिछने को है. चुनाव में अभी भले ही कुछ वक्त है लेकिन प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. ऐसे में यह जानना काफी महत्वपूर्ण हो जाता है कि आखिर सूबे के किस विधानसभा क्षेत्र में जनता को क्या-क्या परेशानी पेश आ रही है. क्षेत्र में अब तक क्या विकास हुए हैं और लोग अपने वर्तमान विधायक से संतुष्ट हैं या नहीं. हिमाचल सीट स्कैन में आज हम बात करने जा रहे हैं बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Seat ground report) की...

हिमाचल प्रदेश में अब कुछ ही माह में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में बंजार 24वीं विधानसभा सीट है. बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Constituency) में सत्तापक्ष के विधायक सुरेंद्र शौरी लगातार ग्रामीण इलाकों का दौरा कर रहे हैं और बीते सालों में किए गए विकास कार्यों का भी बखान जनता के बीच रख रहे हैं तो वहीं कांग्रेस भी विधायक की नाकामियों के बारे में जागरूकता अभियान चलाए हुए है.

बंजार विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जंग: बंजार विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में 1 लाख 14 हजार 313 जनसंख्या है. जिनमें से 72 हजार 684 मतदाता राजनीतिक दलों का भविष्य तय करेंगे. वर्तमान में बंजार विधानसभा क्षेत्र में 58,212 पुरुष और 56,031 महिलाओं की संख्या है. जिनमें 36,973 पुरुष मतदाता और 35711 महिला मतदाता राजनीतिक दलों का भविष्य तय करेंगे.

Banjar Assembly Seat ground report
बंजार विधानसभा सीट की ग्राउंड रिपोर्ट.

2017 में विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गणित: साल 2017 के विधानसभा चुनाव के समय बंजार निर्वाचन क्षेत्र में कुल 66,126 मतदाता थे, जिनमें से 33,971 पुरुष थे और 32,155 महिला मतदाता थीं. 2017 के विधानसभा चुनावों में बंजार निर्वाचन क्षेत्र में 80.37 फीसदी मतदान हुआ था और उस दौरान बंजार से बीजेपी के प्रत्याशी सुरेंद्र शौरी ने यह चुनाव जीता था. साल 2017 के चुनावों में भाजपा के प्रत्याशी सुरेंद्र शौरी को 28,007 मत हासिल हुए थे. तो वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह को 24,767 मत मिले थे. इसके अलावा बसपा के झाबे राम को 328 और 330 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया था. इस चुनाव में जीत का अंतर 3,240 वोटों का था.

Banjar Assembly Seat ground report
बंजार विधानसभा सीट पर जीत का अंतर.

2012 में विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गणित: वहीं, साल 2012 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह ने 29,622 वोट लेकर इस सीट पर जीत हासिल की थी और बीजेपी के प्रत्याशी खीमी राम शर्मा को 20,330 मत हासिल हुए थे. सीपीआई(एम) प्रत्याशी नारायण सिंह को 474, निर्दलीय उम्मीदवार पारम राम को 412 वोट मिले थे.

Banjar Assembly Seat ground report
बंजार विधानसभा सीट पर जीत का अंतर.

पर्यटन की दृष्टि से बंजार विधानसभा क्षेत्र महत्वपूर्ण: बंजार विधानसभा क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज है और यहां पर धार्मिक पर्यटन भी काफी महत्वपूर्ण है. बंजार विधानसभा क्षेत्र में जीभी, जलोड़ी जोत व तीर्थन का इलाका दुनिया भर में मशहूर है. तीर्थन घाटी में ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क भी पड़ता है और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के दीदार के लिए हर साल हजारों की संख्या में विदेशी सैलानी भी बंजार का रुख करते हैं. जीभी पर्यटन स्थल की बात करें तो यहां पर ट्री हाउस व होमस्टे लोगों के रोजगार को मजबूती प्रदान कर रहे हैं. इसके अलावा धार्मिक पर्यटन स्थल चैहणी कोठी, देवता श्रृंगा ऋषि का मंदिर, गुशैणी में माता गाड़ा दुर्गा, सैंज में शांगढ़ के मैदान, शेंशर में मनु ऋषि का मंदिर सहित कई ऐसे स्थल है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए देश-विदेश में जाने पहचाने जाते हैं.

बंजार विधानसभा में शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा: बंजार विधानसभा में बीते कई सालों से शिक्षा व स्वास्थ्य का ढांचा (Education and health facility in Banjar assembly) मजबूत नहीं हो पाया है. बंजार के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की हमेशा कमी रहती है और लोगों को उपचार करवाने के लिए करीब 50 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय कुल्लू का ही रुख करना पड़ता है. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी सरकार के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र तो खोले गए हैं, लेकिन यहां पर स्टाफ की तैनाती भी लंबे समय से नहीं हो पाई है. सरकार के द्वारा डेपुटेशन के आधार पर कुछ समय के लिए स्टाफ की तैनाती तो की जाती है, लेकिन उसके बाद हाल फिर से पहले की तरह हो जाते हैं.

वहीं, बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Constituency) में अधिकतर स्कूल ग्रामीण इलाकों में स्थित है. यहां पर भी कई बार शिक्षकों की कमी बच्चों के भविष्य में बाधा बनती है. इसके अलावा सड़क सुविधा भी बंजार विधानसभा क्षेत्र पर मजबूत नहीं हो पाई है. पूर्व कांग्रेस सरकार के समय और से लेकर ओट से जलोड़ी जोत होते हुए सैंज तक नेशनल हाईवे की घोषणा की गई. लेकिन अभी तक भी वह घोषणा पूरी नहीं हो पाई है. ओट से लेकर जलोड़ी जोत तक का सफर जगह-जगह काफी खतरनाक है और आए दिन यहां खतरनाक सड़क के कारण हादसे भी होते रहते हैं.

बंजार विधानसभा क्षेत्र के अहम मुद्दे: क्षेत्र के स्थानीय लोगों का कहना है कि बंजार विधानसभा क्षेत्र जिला कुल्लू की राजनीति का ही केंद्र रहा है. यहां पर चुनावों के समय विभिन्न राजनीतिक दल बड़ी-बड़ी घोषणाएं तो कर जाते हैं, लेकिन उसके बाद वह इस क्षेत्र को भूल जाते हैं. चुनावों के समय यहां पर जरूर एक बार फिर से नेताओं का मेला लग जाता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बंजार विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य की हालत बिल्कुल भी ठीक (Banjar Assembly Constituency Issues) नहीं है. तो वहीं शिक्षा का ढांचा भी सरकार पूरी तरह से मजबूत नहीं कर पाई है. लोगों को अपने इलाज के लिए कुल्लू अस्पताल का ही रुख करना पड़ता है. इसके अलावा बंजार विधानसभा के दुर्गम गांव शाक्टी, मरोड़ व शुगाड में आज भी न तो बिजली पहुंच पाई है और न ही सड़क. वहां के लोगों को 25 किलोमीटर पैदल चलकर न्यूली पहुंचना पड़ता है.

Banjar Assembly Constituency Issues.
बंजार विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे.

वर्तमान विधायक सुरेंद्र शौरी के सामने हैं कई चुनौतियां: बंजार विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार वर्तमान विधायक सुरेंद्र शौरी (Banjar Assembly Constituency MLA Surendra Shourie) की राह भी आसान नहीं है. भाजपा से ही जिला कुल्लू भाजपा अध्यक्ष भीम सेन शर्मा (Kullu BJP President Bhim Sen Sharma) ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. तो वहीं शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त डॉक्टर चांद किशोर भी जनसंपर्क अभियान में जुट गए हैं. जिससे स्थानीय विधायक की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. वहीं, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष खीमी राम शर्मा ने भी अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है जिस कारण भी वर्तमान विधायक से नाराज चल रहे बीजेपी समर्थकों का आशीर्वाद विधायक सुरेंद्र शौरी को नहीं मिल पा रहा है. खीमी राम शर्मा के कांग्रेस में जाने से यहां राजनीति पूरी तरह से बदल गई है. खीमी राम शर्मा ने पहले जहां बीजेपी से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया. ऐसे में अब खीमी राम बंजार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी का नया चेहरा भी माने जा रहे हैं.

Banjar Assembly Seat ground report
बंजार विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जंग.

BJP विधायक पर कांग्रेस का आरोप: बंजार कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दुष्यंत ठाकुर (Banjar Congress Committee President Dushyant Thakur) का कहना है कि विधायक सुरेंद्र शौरी बंजार का विकास करवाने में असफल रहे हैं. वह न तो बंजार बाईपास सड़क का निर्माण करवा पाए और न ही वह बंजार अस्पताल के भवन का निर्माण करने में सक्षम रहे. इसके अलावा भी ग्रामीण क्षेत्रों में कई ऐसी समस्याएं हैं जिनका समाधान करने में स्थानीय विधायक पूरी तरह से विफल रहे हैं. ऐसे में बंजार की जनता ने मन बना लिया है कि वे विधायक सुरेंद्र शौरी को अबकी बार विधानसभा चुनावों में समर्थन नहीं देंगे.

सुरेंद्र शौरी की दलील: बंजार में बही विकास की नई गंगा: बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी का कहना है कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने बंजार में विकास की नई गंगा बहाई है. सुरेंद्र शौरी का कहना है कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अग्निशमन केंद्र बंजार लाया. इसके अलावा बंजार में सब जज कोर्ट भी चल रहा है. बस स्टैंड की मरम्मत व सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया और बजौरा में भी आयुर्वेदिक अस्पताल बनाया जा रहा है. वहीं, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क का ऑफिस भी लारजी में स्थानांतरित किया गया है और डीएसपी भी अब बंजार में बैठते हैं.

Banjar Assembly Constituency MLA Surendra Shourie
बंजार से भाजपा विधायक सुरेंद्र शौरी. (फाइल फोटो)

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इसके अलावा सैंज कॉलेज के लिए भी 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है और गड़सा में भी पैराग्लाइडिंग साइट की मान्यता प्रदान की गई है. बंजार विधानसभा क्षेत्र में 4000 गैस वितरण गृहणी योजना के माध्यम से किया गया है और चार करोड़ की लागत से लारजी में वाटर स्पोर्ट्स का प्रस्ताव भी फाइनल स्टेज पर है. मुख्यमंत्री राहत कोष से भी दो करोड़ रुपये से अधिक की राशि 1 हजार जरूरतमंद परिवारों को वितरित की गई है.

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बंजार: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal Assembly Elections 2022) की बिसात बिछने को है. चुनाव में अभी भले ही कुछ वक्त है लेकिन प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. ऐसे में यह जानना काफी महत्वपूर्ण हो जाता है कि आखिर सूबे के किस विधानसभा क्षेत्र में जनता को क्या-क्या परेशानी पेश आ रही है. क्षेत्र में अब तक क्या विकास हुए हैं और लोग अपने वर्तमान विधायक से संतुष्ट हैं या नहीं. हिमाचल सीट स्कैन में आज हम बात करने जा रहे हैं बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Seat ground report) की...

हिमाचल प्रदेश में अब कुछ ही माह में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में बंजार 24वीं विधानसभा सीट है. बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Constituency) में सत्तापक्ष के विधायक सुरेंद्र शौरी लगातार ग्रामीण इलाकों का दौरा कर रहे हैं और बीते सालों में किए गए विकास कार्यों का भी बखान जनता के बीच रख रहे हैं तो वहीं कांग्रेस भी विधायक की नाकामियों के बारे में जागरूकता अभियान चलाए हुए है.

बंजार विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जंग: बंजार विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में 1 लाख 14 हजार 313 जनसंख्या है. जिनमें से 72 हजार 684 मतदाता राजनीतिक दलों का भविष्य तय करेंगे. वर्तमान में बंजार विधानसभा क्षेत्र में 58,212 पुरुष और 56,031 महिलाओं की संख्या है. जिनमें 36,973 पुरुष मतदाता और 35711 महिला मतदाता राजनीतिक दलों का भविष्य तय करेंगे.

Banjar Assembly Seat ground report
बंजार विधानसभा सीट की ग्राउंड रिपोर्ट.

2017 में विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गणित: साल 2017 के विधानसभा चुनाव के समय बंजार निर्वाचन क्षेत्र में कुल 66,126 मतदाता थे, जिनमें से 33,971 पुरुष थे और 32,155 महिला मतदाता थीं. 2017 के विधानसभा चुनावों में बंजार निर्वाचन क्षेत्र में 80.37 फीसदी मतदान हुआ था और उस दौरान बंजार से बीजेपी के प्रत्याशी सुरेंद्र शौरी ने यह चुनाव जीता था. साल 2017 के चुनावों में भाजपा के प्रत्याशी सुरेंद्र शौरी को 28,007 मत हासिल हुए थे. तो वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी आदित्य विक्रम सिंह को 24,767 मत मिले थे. इसके अलावा बसपा के झाबे राम को 328 और 330 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया था. इस चुनाव में जीत का अंतर 3,240 वोटों का था.

Banjar Assembly Seat ground report
बंजार विधानसभा सीट पर जीत का अंतर.

2012 में विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गणित: वहीं, साल 2012 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह ने 29,622 वोट लेकर इस सीट पर जीत हासिल की थी और बीजेपी के प्रत्याशी खीमी राम शर्मा को 20,330 मत हासिल हुए थे. सीपीआई(एम) प्रत्याशी नारायण सिंह को 474, निर्दलीय उम्मीदवार पारम राम को 412 वोट मिले थे.

Banjar Assembly Seat ground report
बंजार विधानसभा सीट पर जीत का अंतर.

पर्यटन की दृष्टि से बंजार विधानसभा क्षेत्र महत्वपूर्ण: बंजार विधानसभा क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज है और यहां पर धार्मिक पर्यटन भी काफी महत्वपूर्ण है. बंजार विधानसभा क्षेत्र में जीभी, जलोड़ी जोत व तीर्थन का इलाका दुनिया भर में मशहूर है. तीर्थन घाटी में ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क भी पड़ता है और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के दीदार के लिए हर साल हजारों की संख्या में विदेशी सैलानी भी बंजार का रुख करते हैं. जीभी पर्यटन स्थल की बात करें तो यहां पर ट्री हाउस व होमस्टे लोगों के रोजगार को मजबूती प्रदान कर रहे हैं. इसके अलावा धार्मिक पर्यटन स्थल चैहणी कोठी, देवता श्रृंगा ऋषि का मंदिर, गुशैणी में माता गाड़ा दुर्गा, सैंज में शांगढ़ के मैदान, शेंशर में मनु ऋषि का मंदिर सहित कई ऐसे स्थल है जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए देश-विदेश में जाने पहचाने जाते हैं.

बंजार विधानसभा में शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा: बंजार विधानसभा में बीते कई सालों से शिक्षा व स्वास्थ्य का ढांचा (Education and health facility in Banjar assembly) मजबूत नहीं हो पाया है. बंजार के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की हमेशा कमी रहती है और लोगों को उपचार करवाने के लिए करीब 50 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय कुल्लू का ही रुख करना पड़ता है. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी सरकार के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र तो खोले गए हैं, लेकिन यहां पर स्टाफ की तैनाती भी लंबे समय से नहीं हो पाई है. सरकार के द्वारा डेपुटेशन के आधार पर कुछ समय के लिए स्टाफ की तैनाती तो की जाती है, लेकिन उसके बाद हाल फिर से पहले की तरह हो जाते हैं.

वहीं, बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Constituency) में अधिकतर स्कूल ग्रामीण इलाकों में स्थित है. यहां पर भी कई बार शिक्षकों की कमी बच्चों के भविष्य में बाधा बनती है. इसके अलावा सड़क सुविधा भी बंजार विधानसभा क्षेत्र पर मजबूत नहीं हो पाई है. पूर्व कांग्रेस सरकार के समय और से लेकर ओट से जलोड़ी जोत होते हुए सैंज तक नेशनल हाईवे की घोषणा की गई. लेकिन अभी तक भी वह घोषणा पूरी नहीं हो पाई है. ओट से लेकर जलोड़ी जोत तक का सफर जगह-जगह काफी खतरनाक है और आए दिन यहां खतरनाक सड़क के कारण हादसे भी होते रहते हैं.

बंजार विधानसभा क्षेत्र के अहम मुद्दे: क्षेत्र के स्थानीय लोगों का कहना है कि बंजार विधानसभा क्षेत्र जिला कुल्लू की राजनीति का ही केंद्र रहा है. यहां पर चुनावों के समय विभिन्न राजनीतिक दल बड़ी-बड़ी घोषणाएं तो कर जाते हैं, लेकिन उसके बाद वह इस क्षेत्र को भूल जाते हैं. चुनावों के समय यहां पर जरूर एक बार फिर से नेताओं का मेला लग जाता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बंजार विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य की हालत बिल्कुल भी ठीक (Banjar Assembly Constituency Issues) नहीं है. तो वहीं शिक्षा का ढांचा भी सरकार पूरी तरह से मजबूत नहीं कर पाई है. लोगों को अपने इलाज के लिए कुल्लू अस्पताल का ही रुख करना पड़ता है. इसके अलावा बंजार विधानसभा के दुर्गम गांव शाक्टी, मरोड़ व शुगाड में आज भी न तो बिजली पहुंच पाई है और न ही सड़क. वहां के लोगों को 25 किलोमीटर पैदल चलकर न्यूली पहुंचना पड़ता है.

Banjar Assembly Constituency Issues.
बंजार विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे.

वर्तमान विधायक सुरेंद्र शौरी के सामने हैं कई चुनौतियां: बंजार विधानसभा क्षेत्र में अबकी बार वर्तमान विधायक सुरेंद्र शौरी (Banjar Assembly Constituency MLA Surendra Shourie) की राह भी आसान नहीं है. भाजपा से ही जिला कुल्लू भाजपा अध्यक्ष भीम सेन शर्मा (Kullu BJP President Bhim Sen Sharma) ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. तो वहीं शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त डॉक्टर चांद किशोर भी जनसंपर्क अभियान में जुट गए हैं. जिससे स्थानीय विधायक की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. वहीं, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष खीमी राम शर्मा ने भी अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है जिस कारण भी वर्तमान विधायक से नाराज चल रहे बीजेपी समर्थकों का आशीर्वाद विधायक सुरेंद्र शौरी को नहीं मिल पा रहा है. खीमी राम शर्मा के कांग्रेस में जाने से यहां राजनीति पूरी तरह से बदल गई है. खीमी राम शर्मा ने पहले जहां बीजेपी से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया. ऐसे में अब खीमी राम बंजार विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी का नया चेहरा भी माने जा रहे हैं.

Banjar Assembly Seat ground report
बंजार विधानसभा क्षेत्र में चुनावी जंग.

BJP विधायक पर कांग्रेस का आरोप: बंजार कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दुष्यंत ठाकुर (Banjar Congress Committee President Dushyant Thakur) का कहना है कि विधायक सुरेंद्र शौरी बंजार का विकास करवाने में असफल रहे हैं. वह न तो बंजार बाईपास सड़क का निर्माण करवा पाए और न ही वह बंजार अस्पताल के भवन का निर्माण करने में सक्षम रहे. इसके अलावा भी ग्रामीण क्षेत्रों में कई ऐसी समस्याएं हैं जिनका समाधान करने में स्थानीय विधायक पूरी तरह से विफल रहे हैं. ऐसे में बंजार की जनता ने मन बना लिया है कि वे विधायक सुरेंद्र शौरी को अबकी बार विधानसभा चुनावों में समर्थन नहीं देंगे.

सुरेंद्र शौरी की दलील: बंजार में बही विकास की नई गंगा: बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी का कहना है कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने बंजार में विकास की नई गंगा बहाई है. सुरेंद्र शौरी का कहना है कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अग्निशमन केंद्र बंजार लाया. इसके अलावा बंजार में सब जज कोर्ट भी चल रहा है. बस स्टैंड की मरम्मत व सौंदर्यीकरण का कार्य किया गया और बजौरा में भी आयुर्वेदिक अस्पताल बनाया जा रहा है. वहीं, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क का ऑफिस भी लारजी में स्थानांतरित किया गया है और डीएसपी भी अब बंजार में बैठते हैं.

Banjar Assembly Constituency MLA Surendra Shourie
बंजार से भाजपा विधायक सुरेंद्र शौरी. (फाइल फोटो)

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इसके अलावा सैंज कॉलेज के लिए भी 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है और गड़सा में भी पैराग्लाइडिंग साइट की मान्यता प्रदान की गई है. बंजार विधानसभा क्षेत्र में 4000 गैस वितरण गृहणी योजना के माध्यम से किया गया है और चार करोड़ की लागत से लारजी में वाटर स्पोर्ट्स का प्रस्ताव भी फाइनल स्टेज पर है. मुख्यमंत्री राहत कोष से भी दो करोड़ रुपये से अधिक की राशि 1 हजार जरूरतमंद परिवारों को वितरित की गई है.

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