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रोहतांग दर्रा बहाल करने में आढ़े आ रही 20 फीट बर्फ की दीवार, अभी स्थापित नहीं होगी रेस्क्यू पोस्ट

रोहतांग दर्रे को पैदल पार करने वाले लाहौल के लोगों की मदद के लिए लाहौल-स्पीति प्रशासन हर साल 15 मार्च को रेस्क्यू पोस्ट स्थापित करती थी, लेकिन इस बार बर्फ बारी अधिक होने के कारण रेस्क्यू पोस्ट देरी से स्थापित होंगी. कोकसर में रेस्क्यू पोस्ट के स्थान पर अभी आठ फीट बर्फ जमी हुई है.

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Published : Mar 18, 2019, 10:09 AM IST

कुल्लू: अपनी सुंदरता से देश व दुनियां में अपनी अलग पहचान बनाने वाले रोहतांग दर्रे में कदमताल करने वाले लाहौल स्पीति के लोगों को इंतजार करना होगा. रोहतांग दर्रे में इस बार सर्दियों में भारी बर्फबारी हुई है, जिस कारण बर्फ के पहाड़ खड़े हो गए हैं.

लाहौल की ओर सिसु से कोकसर के बीच सड़क पर सात से आठ फीट बर्फ की मोटी परत बिछी हुई है, जबकि कोकसर से रोहतांग के बीच आठ से 20 फीट तक बर्फ जमा हो गई है. हालांकि पैदल राहगीरो के लिए बर्फ की मोटी परत मायने नहीं रखती है, लेकिन जब तक बीआरओ सिसु से कोकसर के बीच नहीं पहुंच जाता, तब तक पैदल राहगीरों के लिए रोहतांग पैदल लांघना जान खतरे में डालने के बराबर है.

बर्फ हटाती मशीनरी और पैदल सफर करता व्यक्ति


मनाली की ओर कोठी से मढी तक की सड़क पांच से 10 फीट मोटी बर्फ से ढकी हुई है, जबकि मढी से रोहतांग तक 10 फीट से 20 फीट बर्फ जमा हुई है. ऐसे हालात में अभी कुछ दिन पैदल रोहतांग पार करना खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में इस साल सैलानियों के लिए भी रोहतांग दर्रा देरी से ही बहाल होगा.


अभी स्थापित नही होगी रेस्क्यू पोस्ट
रोहतांग दर्रे को पैदल पार करने वाले लाहौल के लोगों की मदद के लिए लाहौल-स्पीति प्रशासन हर साल 15 मार्च को रेस्क्यू पोस्ट स्थापित करती थी, लेकिन इस बार बर्फ बारी अधिक होने के कारण रेस्क्यू पोस्ट देरी से स्थापित होंगी. कोकसर में रेस्क्यू पोस्ट के स्थान पर अभी आठ फीट बर्फ जमी हुई है.


केलांग एसडीएम अमर नेगी ने बताया कि बर्फबारी अधिक होने के कारण अभी रोहतांग दर्रा पैदल पार नहीं किया जा सकता है. हालात सामान्य होने पर ही लोगों को दर्रा पैदल पार करने की अनुमति दी जाएगी. नेगी ने कहा कि पहले प्रशासन हालात का जायजा लेगा उसके बाद ही परिस्थितियां सामान्य होने पर कोकसर व मढी में रेस्क्यू पोस्ट स्थापित की जाएगी.

कुल्लू: अपनी सुंदरता से देश व दुनियां में अपनी अलग पहचान बनाने वाले रोहतांग दर्रे में कदमताल करने वाले लाहौल स्पीति के लोगों को इंतजार करना होगा. रोहतांग दर्रे में इस बार सर्दियों में भारी बर्फबारी हुई है, जिस कारण बर्फ के पहाड़ खड़े हो गए हैं.

लाहौल की ओर सिसु से कोकसर के बीच सड़क पर सात से आठ फीट बर्फ की मोटी परत बिछी हुई है, जबकि कोकसर से रोहतांग के बीच आठ से 20 फीट तक बर्फ जमा हो गई है. हालांकि पैदल राहगीरो के लिए बर्फ की मोटी परत मायने नहीं रखती है, लेकिन जब तक बीआरओ सिसु से कोकसर के बीच नहीं पहुंच जाता, तब तक पैदल राहगीरों के लिए रोहतांग पैदल लांघना जान खतरे में डालने के बराबर है.

बर्फ हटाती मशीनरी और पैदल सफर करता व्यक्ति


मनाली की ओर कोठी से मढी तक की सड़क पांच से 10 फीट मोटी बर्फ से ढकी हुई है, जबकि मढी से रोहतांग तक 10 फीट से 20 फीट बर्फ जमा हुई है. ऐसे हालात में अभी कुछ दिन पैदल रोहतांग पार करना खतरे से खाली नहीं है. ऐसे में इस साल सैलानियों के लिए भी रोहतांग दर्रा देरी से ही बहाल होगा.


अभी स्थापित नही होगी रेस्क्यू पोस्ट
रोहतांग दर्रे को पैदल पार करने वाले लाहौल के लोगों की मदद के लिए लाहौल-स्पीति प्रशासन हर साल 15 मार्च को रेस्क्यू पोस्ट स्थापित करती थी, लेकिन इस बार बर्फ बारी अधिक होने के कारण रेस्क्यू पोस्ट देरी से स्थापित होंगी. कोकसर में रेस्क्यू पोस्ट के स्थान पर अभी आठ फीट बर्फ जमी हुई है.


केलांग एसडीएम अमर नेगी ने बताया कि बर्फबारी अधिक होने के कारण अभी रोहतांग दर्रा पैदल पार नहीं किया जा सकता है. हालात सामान्य होने पर ही लोगों को दर्रा पैदल पार करने की अनुमति दी जाएगी. नेगी ने कहा कि पहले प्रशासन हालात का जायजा लेगा उसके बाद ही परिस्थितियां सामान्य होने पर कोकसर व मढी में रेस्क्यू पोस्ट स्थापित की जाएगी.

रोहतांग बहाली को आड़े आ रही 20 फुट बर्फ की दीवार
कुल्लू

अपनी सुंदरता को लेकर देश व दुनियां में अपनी अलग पहचान बनाने वाले रोहतांग दर्रे में कदमताल करने वाले लाहुल के लोगों को अभी इंतजार करना होगा। रोहतांग दर्रे में इस बार सर्दियों में भारी बर्फबारी हुई है, जिस कारण बर्फ के पहाड़ खड़े हो गए हैं।

लाहुल की ओर सिसु से कोकसर के बीच सड़क पर सात से आठ फीट बर्फ की मोटी परत बिछी हुई है, जबकि कोकसर से रोहतांग के बीच आठ से 20 फीट तक बर्फ जमा हो गई है। हालांकि पैदल राहगीरो के लिए बर्फ की मोटी परत मायने नहीं रखती है, लेकिन जब तक बीआरओ सिसु से कोकसर के बीच नही पहुंच जाता, तब तक पैदल राहगीरो के लिए रोहतांग पैदल लांघना जान खतरे में डालने के बराबर है।

मनाली की ओर कोठी से मढी तक की सड़क पांच से 10 फीट मोटी बर्फ से ढकी हुई है, जबकि मढी से रोहतांग तक 10 फीट से 20 फीट बर्फ जमा हुई है। ऐसे हालात में अभी कुछ दिन पैदल रोहतांग पार करना खतरे से खाली नहीं है। इस साल सैलानियों के लिए भी रोहतांग दर्रा देरी से ही बहाल होगा।

अभी स्थापित नही होगी रेस्क्यू पोस्ट
रोहतांग दर्रे को पैदल पार करने वाले लाहुल के लोगों की मदद को लाहुल स्पिति प्रशासन हर साल 15 मार्च को रेस्क्यू पोस्ट स्थापित करती थी, लेकिन उस बार बर्फ बारी अधिक होने के कारण रेस्क्यू पोस्ट देरी से स्थापित होगी। प्रशासन ने कोकसर में जहां रेस्क्यू पोस्ट लगानी है, वहां अभी आठ फीट बर्फ के ढेर लगे हुए हैं। केलांग एसडीएम अमर नेगी ने बताया कि बर्फबारी अधिक होने के कारण अभी दर्रा पैदल पार नहीं किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि हालात सामान्य होने पर ही लोगों को दर्रा पैदल पार करने की अनुमति दी जाएगी। नेगी ने कहा कि पहले प्रशासन हालात का जायजा लेगा उसके बाद ही परिस्थितियां सामान्य होने पर कोकसर व मढी में रेस्क्यू पोस्ट स्थापित करेगा।

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