कुल्लू: जिला कुल्लू में बुधवार शाम के समय जहां भारी बारिश से लोगों को तपती गर्मी से निजात (Heavy rain in Kullu) मिली तो वहीं, कुछ जगहों पर बादल फटने के चलते सड़कों पर भी मलबा भर आया. इसके अलावा सैंज घाटी के पाशी गांव में आसमानी बिजली गिरने से 20 भेड़-बकरियों की मौत हो गई है.
मिली जानकारी के अनुसार पाशी गांव में खीमी राम नाम का भेड़ पालक जब अपनी भेड़ बकरियों को जंगल में चरा रहा था तो उसी दौरान आसमानी बिजली गिरी और उसी बीच 20 भेड़-बकरियां (sheep and goats died due to lightning in Pashi) इसकी चपेट में आ गई. इसके अलावा जिला कुल्लू की गड़सा घाटी में भी बादल फटने के कारण मलबा सड़क पर आ गया. जिसके चलते काफी देर तक वाहनों की आवाजाही बाधित रही.
भारी बारिश के कारण जिला कुल्लू की रोट पंचायत से लेकर हुरला व गड़सा पंचायतों के लोगों में अफरा-तफरी मच गई. वहीं, बादल फटने से आई बाढ़ में एक गाय भी बह गई है. जबकि खड़ीसेरी गांव में कई घरों में बाढ़ का मलबा घुस गया. बाढ़ आने से भुंतर-गड़सा मार्ग करीब एक घंटे तक बंद रहा, जबकि अमर डवार से अप्पर खड़ीसेरी को निकाला गया संपर्क मार्ग अभी बंद है. सड़क का हिस्सा बाढ़ में बह गया है.
बाढ़ का मलबा कई जगह खेतों में भी घुसा और कई बगीचों को भी नुकसान पहुंचा है. स्थानीय पंचायत रोट के प्रधान राजेंद्र पाल शर्मा ने कहा कि बुधवार शाम को बादल फटने से पूरी गड़सा घाटी के लोग सहम गए. उन्होंने कहा कि बादल शाड़ाढाल जंगल में (cloudburst in garsa) फटा है और यहीं से मलबा खड़ीसेरी नाला में बहता हुआ आया. बाढ़ का मलबा खड़ीसेरी गांव के तेज राम, अमर सिंह, सुखराम और बुधराम के रिहायशी घरों में घुस गया. वहीं, बाढ़ की चपेट में तेज राम की एक गाय भी आई है. उधर, उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि राजस्व विभाग से नुकसान की रिपोर्ट मांगी है. उसी आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी.