किन्नौर: जिला किन्नौर में बीते कुछ दिनों से मौसम सुहावना हुआ है. ऐसे में जिले के तापमान में भी काफी बदलाव आया है. जिले में मौसम काफी गर्म हो चुका है और मौसम के गर्म होते ही पहाड़ों से बर्फ के पिघलने का सिलसिला शुरू हो चुका है. ऐसे में अब पहाड़ों समेत नदी नालों में गलेशियरों (Threat of glacier in Kinnaur) के गिरने का खतरा बना हुआ है. जिसको देखते हुए प्रशासन ने लोगों को एहतिहात बरतने की सलाह दी है.
जिला किन्नौर के ग्रामीण क्षेत्रों मे मौसम के गर्म होने के बाद अब बर्फ लगभग (Glacier threat in Kinnaur Himachal pradesh) पिघल कर समाप्त होने की कगार पर है और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है और अब अपने बाग बगीचों में दोबारा से काम करना शुरू किया है. जिले में फरवरी माह में बीते एक सप्ताह से काफी गर्मी हो चुकी है. जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों समेत जिले के सभी बाजारों में दोबारा से चहल पहल शुरू हो गई है.
इसके अलावा मौसम सुहावना होते ही जिले के पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों का व्यवसाय भी दोबारा से पटरी पर लौट सकता है, लेकिन प्रशासन ने पर्यटकों व पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों को ऊंचाई वाली पहाड़ियों पर ट्रैकिंग व अन्य गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी है, क्योंकि इन दिनों मौसम गर्म होने के बाद पहाड़ों में बर्फ के पिघलने का सिलसिला शुरू हो रहा है और गलेशियरों के गिरने का खतरा बना हुआ है. जिसमें लोगों के जान माल का नुकसान हो सकता है.
किन्नौर जिले में फिलहाल मौसम लोगों के बिलकुल अनुकूल बना हुआ है, यदि दोबारा से मौसम खराब होता है और (Snowfall in kinnaur) बर्फबारी होती है तो जिले का जनजीवन अस्त व्यस्त हो सकता है और दोबारा से जिले के लोगों के बाग बगीचों के काम प्रभावित हो सकते हैं, क्योंकि जिले में अप्रैल माह के अंत तक बर्फ गिरने की संभावना लगातार बनी रहती है.
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