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पूर्व उपाध्यक्ष ने नप कुल्लू के कार्यों पर उठाए सवाल, वर्तमान उपाध्यक्ष ने किया पलटवार - kullu Municipal corporation work

कुल्लू नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष ने कुल्लू नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया कि आखिर उन्होंने ऐसी कौन सी आय के साधन तैयार किए जिसके तहत उन्होंने 20 करोड़ के पुराने लेन-देन को चुका दिया और किस तरह से वह कूड़ा संयंत्र के मामले को सुलझाने में नाकाम साबित हुए हैं.

kullu Municipal corporation
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Published : Jul 21, 2020, 5:58 PM IST

कुल्लू: नगर परिषद कुल्लू के तहत 66 करोड़ की राशि से अमृत योजना के विकास कार्य हो रहे हैं. इन विकास कार्यों पर कुल्लू नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष मनु शर्मा ने सवाल खड़े किए थे कि वाटर एटीएम योजना जिस पर लाखों रुपये खर्च किए गए हैं और 11 वार्डों में 11 वाटर एटीएम लगाए गए हैं. वह मात्र शोपीस बनकर रह गए हैं. जनता को इस योजना का कोई भी लाभ नहीं मिल रहा है.

मनु शर्मा ने कहा कि नगर परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष ने यह बयान दिया था कि हाल ही में उन्हें जल शक्ति विभाग से यह वाटर एटीएम मिले हैं जो अब शुरू किए जाएंगे लेकिन उनका यह बयान गलत है. जल शक्ति विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह वाटर एटीएम उन्हें काफी पहले ही दे दिए गए हैं. वहीं, मनु शर्मा ने कुल्लू नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया कि आखिर उन्होंने ऐसी कौन सी आय के साधन तैयार किए जिसके तहत उन्होंने 20 करोड़ के पुराने लेन-देन को चुका दिया और किस तरह से वह कूड़ा संयंत्र के मामले को सुलझाने में नाकाम साबित हुए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

मनु शर्मा ने कहा कि नगर परिषद के उपाध्यक्ष ने यह भी बयान जारी किया कि पिरडी का कूड़ा संयंत्र उनके कारण विफल हुआ है जबकि उस दौरान वे सरकार से इस मामले में राहत लेने में सफल हुए थे. अगर नगर परिषद कुल्लू चाहती तो वह इस मामले को लेकर सरकार व अदालत में जा सकती थी लेकिन वे इस मामले को सुलझाने में नाकाम हुए और कुल्लू की जनता को लंबे समय तक कूड़े की समस्या का सामना करना पड़ा.

वहीं, इस मुद्दे को लेकर नगर परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत ने भी अपना बयान जारी किया है. गोपाल कृष्ण महंत का कहना है कि कोरोना काल के चलते वाटर एटीएम बंद रहे लेकिन अब उन्हें आउट सोर्स पर दिया जा रहा है ताकि कुल्लू शहर की जनता को स्वच्छ पानी पीने को मिल सके. वहीं, उन्होंने मनु शर्मा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि नगर परिषद ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए आय के स्रोत को तैयार किया है जिसके तहत उन्होंने पिछले नगर परिषद के कार्यकाल के करोड़ों रुपए के कर्ज को भी चुकाया है.

इस बात की जानकारी सार्वजनिक करना जरूरी नहीं है. उन्होंने कूड़ा संयंत्र पर बयान देते हुए कहा कि इस मामले को लेकर वे सुप्रीम कोर्ट में भी गए थे लेकिन उन्हें इस बारे में राहत नहीं मिल पाई. अब लोगों के घरों से कूड़ा उठाया जा रहा है और उसका सही तरीके से निस्तारण भी किया जा रहा है. उन्होंने मनु शर्मा पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब चुनाव नजदीक आने वाले हैं और चुनाव लड़ना हर किसी की चाहत हुई है लेकिन मनु शर्मा को सही तथ्यों के आधार पर ही बयानबाजी करनी चाहिए. गौर रहे कि कुछ महीनों में ही नगर परिषद कुल्लू के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है.

ये भी पढ़ें: कोरोना का हॉटस्पॉट बना नाहन का गोबिंदगढ़ मोहल्ला, 10 नए मामलों के साथ आंकड़ा पहुंचा 66

कुल्लू: नगर परिषद कुल्लू के तहत 66 करोड़ की राशि से अमृत योजना के विकास कार्य हो रहे हैं. इन विकास कार्यों पर कुल्लू नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष मनु शर्मा ने सवाल खड़े किए थे कि वाटर एटीएम योजना जिस पर लाखों रुपये खर्च किए गए हैं और 11 वार्डों में 11 वाटर एटीएम लगाए गए हैं. वह मात्र शोपीस बनकर रह गए हैं. जनता को इस योजना का कोई भी लाभ नहीं मिल रहा है.

मनु शर्मा ने कहा कि नगर परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष ने यह बयान दिया था कि हाल ही में उन्हें जल शक्ति विभाग से यह वाटर एटीएम मिले हैं जो अब शुरू किए जाएंगे लेकिन उनका यह बयान गलत है. जल शक्ति विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यह वाटर एटीएम उन्हें काफी पहले ही दे दिए गए हैं. वहीं, मनु शर्मा ने कुल्लू नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया कि आखिर उन्होंने ऐसी कौन सी आय के साधन तैयार किए जिसके तहत उन्होंने 20 करोड़ के पुराने लेन-देन को चुका दिया और किस तरह से वह कूड़ा संयंत्र के मामले को सुलझाने में नाकाम साबित हुए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

मनु शर्मा ने कहा कि नगर परिषद के उपाध्यक्ष ने यह भी बयान जारी किया कि पिरडी का कूड़ा संयंत्र उनके कारण विफल हुआ है जबकि उस दौरान वे सरकार से इस मामले में राहत लेने में सफल हुए थे. अगर नगर परिषद कुल्लू चाहती तो वह इस मामले को लेकर सरकार व अदालत में जा सकती थी लेकिन वे इस मामले को सुलझाने में नाकाम हुए और कुल्लू की जनता को लंबे समय तक कूड़े की समस्या का सामना करना पड़ा.

वहीं, इस मुद्दे को लेकर नगर परिषद कुल्लू के उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण महंत ने भी अपना बयान जारी किया है. गोपाल कृष्ण महंत का कहना है कि कोरोना काल के चलते वाटर एटीएम बंद रहे लेकिन अब उन्हें आउट सोर्स पर दिया जा रहा है ताकि कुल्लू शहर की जनता को स्वच्छ पानी पीने को मिल सके. वहीं, उन्होंने मनु शर्मा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि नगर परिषद ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए आय के स्रोत को तैयार किया है जिसके तहत उन्होंने पिछले नगर परिषद के कार्यकाल के करोड़ों रुपए के कर्ज को भी चुकाया है.

इस बात की जानकारी सार्वजनिक करना जरूरी नहीं है. उन्होंने कूड़ा संयंत्र पर बयान देते हुए कहा कि इस मामले को लेकर वे सुप्रीम कोर्ट में भी गए थे लेकिन उन्हें इस बारे में राहत नहीं मिल पाई. अब लोगों के घरों से कूड़ा उठाया जा रहा है और उसका सही तरीके से निस्तारण भी किया जा रहा है. उन्होंने मनु शर्मा पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब चुनाव नजदीक आने वाले हैं और चुनाव लड़ना हर किसी की चाहत हुई है लेकिन मनु शर्मा को सही तथ्यों के आधार पर ही बयानबाजी करनी चाहिए. गौर रहे कि कुछ महीनों में ही नगर परिषद कुल्लू के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है.

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