कुल्लू/नाहन: हिमाचल प्रदेश में भी सरकारी नौकरियों से आरक्षण खत्म करने की मांग उठने लगी है. आरक्षण खत्म करने के लिए भी कई संस्थाओं के द्वारा अब विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं, ताकि हिमाचल प्रदेश में समान रूप से सभी वर्गों को नौकरियां मिल सके.
जिला कुल्लू में देवभूमि क्षत्रिय संगठन के द्वारा आरक्षण को खत्म करने के लिए एक रैली का आयोजन किया गया. यह रैली ढालपुर से होते हुए डीसी कार्यालय तक पहुंची. जहां पर उन्होंने डीसी कुल्लू के माध्यम से प्रदेश सरकार व राज्यपाल को भी ज्ञापन भेजा. ज्ञापन में विशेष रुप से मांग रखी गई कि हिमाचल प्रदेश में जो भी सरकारी नौकरियां हैं उनमें आरक्षण को खत्म किया जाए.
इन दिनों पुलिस की भर्ती में जो आरक्षण का कोटा बढ़ाया गया है. उसे भी कम किया जाए, ताकि सभी वर्गों के युवाओं को समान रूप से नौकरियां मिल सके. देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष सुधीर सेन का कहना है कि बीते कुछ सालों से आरक्षण को जिस प्रकार से सरकारी संस्थाओं में पढ़ाया जा रहा है. उसकी वजह से सवर्ण परिवार के योग्य युवाओं के साथ सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है. आरक्षण के कारण सवर्ण परिवार के युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है और युवा डिप्रेशन का शिकार होकर आत्महत्या कर रहा है.
उनका कहना है कि प्रदेश व देश में बेरोजगारी दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. ऐसे में सरकारी संस्थाओं में जाति आधार पर नौकरियां देना बिल्कुल गलत है और सरकार के द्वारा समानता का अधिकार की भी इसमें पालना नहीं हो पा रही है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री व राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया है, ताकि आरक्षण का लाभ सवर्ण परिवारों को मिले और सभी परिवारों को भी आरक्षण का लाभ दिया जाए, ताकि सभी वर्गों का एक समान भला हो सके.
वहीं, नाहन में भी प्रस्तावित पुलिस भर्ती प्रक्रिया को लेकर जारी हुए रोस्टर से नाराज देवभूमि क्षत्रिय संगठन व देवभूमि सवर्ण संगठन के सैंकड़ों लोगों ने सोमवार को सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में एक विशाल रैली निकालकर अपना रोष प्रकट किया.
दरअसल प्रदेश स्तरीय आहवान पर दोनों ही संगठनों से जुड़े सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने शहर भर में एक विरोध रैली निकाली और उसके बाद एडीसी सिरमौर के माध्यम से मुख्यमंत्री व राज्यपाल को मांग पत्र भेजें.
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