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CM के बाद डीसी कुल्लू के नाम पर साइबर फ्रॉड, WhatsApp कॉल के जरिए की गई पैसों की डिमांड

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बाद डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया (Cyber fraud on the name of DC Kullu) है. जहां फेक व्हाट्सएप प्रोफाइल बनाकर लोगों से पैसों की मांग की जा रही है. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि यदि लोगों को उक्त नंबर से कोई मैसेज या कॉल आती है तो उस व्यक्ति के झांसे में न आएं. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पढ़ें पूरी खबर...

डीसी कुल्लू के नाम पर साइबर फ्रॉड
डीसी कुल्लू के नाम पर साइबर फ्रॉड
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Published : Aug 4, 2022, 5:30 PM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब मुख्यमंत्री और मंत्री से लेकर बड़े अधिकारियों के नाम पर ठगी करने की कोशिश की जा रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नाम पर ठगी (Cyber fraud on the name of DC Kullu) करने की कोशिश के बाद अब डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया (DC Kullu Cyber fraud) है. जहां फेक व्हाट्सएप प्रोफाइल बनाकर ठगी करने का कोशिश की गई है.

व्हाट्सएप कॉल के जरिए पैसों की मांग: मुख्यमंत्री की तरह ही डीसी कुल्लू का फेक व्हाट्सएप अकाउंट (DC Kullu Fake WhatsApp account) बनाकर लोगों से पैसों की मांग की जा रही है. शातिर अमेजन गिफ्ट कार्ड का लालच भी लोगों को दे रहे हैं. उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग (DC Kullu Ashutosh Garg) ने बताया कि उनके नाम से एक फेक व्हाट्सएप अकाउंट बनाया गया है. जिसके जरिए व्हाट्सएप कॉल कर लोगों से पैसों की मांग की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. सभी लोगों से अपील की है कि यदि उक्त नंबर से उन्हें कोई मैसेज या व्हाट्सएप कॉल प्राप्त होती है, तो उस व्यक्ति के झांसे में न आएं.

जांच में जुटी पुलिस: वहीं, एसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा (SP Kullu Gurdev Sharma) ने बताया कि कुल्लू पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. उन्होंने जिला कुल्लू की जनता से भी आग्रह किया हैं कि वे अपनी जरूरी जानकारियां किसी अनजान व्यक्ति के साथ सांझा न करें. उन्होंने कहा कि अपराधी अक्सर आपसे रुपयों की मांग करते हैं. कई बार फोन पर आए ओटीपी बताने को कहते हैं. अगर ओटीपी दे दिया जाए तो शातिर बैंक खातों में सेंध लगाकर ठगी करते हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार होता है तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें.

ओटीपी नहीं बताना चाहिए: वहीं, साइबर सेल के अनुसार अनजान नंबर जिस पर महत्वपूर्ण हस्तियों, विभाग प्रमुख एवं वरिष्ठ अधिकारियों की व्हाट्सएप प्रोफाइल फोटा लगी हो, से आने वाले संदेशों को नजर अंदाज करें और पहचान की पुष्टि किए बिना किसी तरह की बातचीत न करें. साइबर सेल ने जांच में पाया है कि इस तरह के लोग अक्सर रुपयों की मांग करते हैं या फिर कई बार फोन पर आए ओटीपी को बताने के लिए कहते हैं.

ये भी पढ़ें: साइबर ठगी के लिए CM जयराम के प्रोफाइल फोटो का इस्तेमाल, ठगों ने सीएम के परिचित को WhatsApp चैट कर की पैसों की मांग

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब मुख्यमंत्री और मंत्री से लेकर बड़े अधिकारियों के नाम पर ठगी करने की कोशिश की जा रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नाम पर ठगी (Cyber fraud on the name of DC Kullu) करने की कोशिश के बाद अब डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया (DC Kullu Cyber fraud) है. जहां फेक व्हाट्सएप प्रोफाइल बनाकर ठगी करने का कोशिश की गई है.

व्हाट्सएप कॉल के जरिए पैसों की मांग: मुख्यमंत्री की तरह ही डीसी कुल्लू का फेक व्हाट्सएप अकाउंट (DC Kullu Fake WhatsApp account) बनाकर लोगों से पैसों की मांग की जा रही है. शातिर अमेजन गिफ्ट कार्ड का लालच भी लोगों को दे रहे हैं. उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग (DC Kullu Ashutosh Garg) ने बताया कि उनके नाम से एक फेक व्हाट्सएप अकाउंट बनाया गया है. जिसके जरिए व्हाट्सएप कॉल कर लोगों से पैसों की मांग की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है. सभी लोगों से अपील की है कि यदि उक्त नंबर से उन्हें कोई मैसेज या व्हाट्सएप कॉल प्राप्त होती है, तो उस व्यक्ति के झांसे में न आएं.

जांच में जुटी पुलिस: वहीं, एसपी कुल्लू गुरदेव शर्मा (SP Kullu Gurdev Sharma) ने बताया कि कुल्लू पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. उन्होंने जिला कुल्लू की जनता से भी आग्रह किया हैं कि वे अपनी जरूरी जानकारियां किसी अनजान व्यक्ति के साथ सांझा न करें. उन्होंने कहा कि अपराधी अक्सर आपसे रुपयों की मांग करते हैं. कई बार फोन पर आए ओटीपी बताने को कहते हैं. अगर ओटीपी दे दिया जाए तो शातिर बैंक खातों में सेंध लगाकर ठगी करते हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार होता है तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें.

ओटीपी नहीं बताना चाहिए: वहीं, साइबर सेल के अनुसार अनजान नंबर जिस पर महत्वपूर्ण हस्तियों, विभाग प्रमुख एवं वरिष्ठ अधिकारियों की व्हाट्सएप प्रोफाइल फोटा लगी हो, से आने वाले संदेशों को नजर अंदाज करें और पहचान की पुष्टि किए बिना किसी तरह की बातचीत न करें. साइबर सेल ने जांच में पाया है कि इस तरह के लोग अक्सर रुपयों की मांग करते हैं या फिर कई बार फोन पर आए ओटीपी को बताने के लिए कहते हैं.

ये भी पढ़ें: साइबर ठगी के लिए CM जयराम के प्रोफाइल फोटो का इस्तेमाल, ठगों ने सीएम के परिचित को WhatsApp चैट कर की पैसों की मांग

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