कुल्लूः लाहौल-स्पीति में ग्लेशियरों के पिघलने से लाहौल घाटी में बाढ़ का प्रकोप बढ़ गया है. कमरिंग नाला के बाद अब बाढ़ आने से चौखंग-नेनगाहर सड़क मार्ग भी बंद हो गया है. वहीं, चौखंग पुल के पास बाढ़ आने से सड़क का कुछ हिस्सा ढह गया है.
इससे नैनगाहर, ग्वाड़ी और छोगजिंग गांव का संपर्क कट गया है. तीन गांवों का संपर्क कटने से यहां के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इस इलाके में करीब दर्जनभर निजी और सब्जी के वाहन फंस गए हैं. प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग को प्राथमिकता के आधार पर सड़क बहाल करने के आदेश दिए हैं.
बता दें कि शनिवार को ही कमरिंग के पास तीन नालों में आई बाढ़ के कारण तांदी-किलाड़ मार्ग करीब 4 घंटे तक बंद हो गया था. सीमा सड़क संगठन ने कड़ी मशक्कत के बाद देर रात मलबा और पत्थर हटा कर राजमार्ग बहाल किया.
सड़क बहाल होने के बाद इस मार्ग पर फंसे दर्जनों वाहनों को निकाला गया है. इनमें सब्जी से लदे वाहन भी शामिल हैं. उपमंडल अधिकारी एवं तहसीलदार केलांग अनिल कुमार ने कहा कि दिन के समय तापमान में बढ़ोतरी के कारण ग्लेशियरों के पिघलने की रफ्तार बढ़ गई है. इससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है.
इसके अलावा इलाके में सभी राजस्व अधिकारियों को प्राकृतिक आपदा के दौरान हो रहे नुकसान की रिपोर्ट तत्काल प्रशासन को भेजने के आदेश दिए गए हैं. वहीं, बीआरओ और लोनिवि को बाढ़ से संभावित वाले इलाकों में मशीनरी तैनात करने को कहा गया है.