कुल्लू: जिला कुल्लू के मनाली व मणिकर्ण के इलाके में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स की टीम ने बड़ी कार्रवाई अमल में लाई है. सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स की टीम ने करीब 3 सप्ताह तक यहां पहाड़ों में उगाई (Charas Cultivation in Kullu) गई 13,000 बीघा भूमि से चरस की खेती को नष्ट किया है. वहीं, इस अभियान में स्थानीय लोगों ने भी टीम का सहयोग दिया है.
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स के ज्वाइंट कमिश्नर डॉ. संजय कुमार ने बताया कि सितंबर माह के पहले सप्ताह में चार टीमें इन इलाकों में भेजी गई थी और दुर्गम पहाड़ों पर तस्करों के द्वारा भांग की खेती की गई थी, लेकिन टीम ने हिम्मत नहीं हारी और 13,000 बीघा भूमि से चरस की खेती को नष्ट कर दिया गया है. ज्वाइंट कमिश्नर डॉ. संजय कुमार ने बताया कि चारों टीमें जिला कुल्लू के रूमसू, नजा, हलान, नथन, चौकी, धारा जरी, पीणी, पीड़सू, मलाणा, वाइचिंग, मैजिक वैली, शीला, तोश, उच्च, ग्राहन, मणिकर्ण की पहाड़ियों पर अपना अभियान पूरा करने में सफल रही है.
डॉ. संजय कुमार ने बताया कि इस अभियान को पूरा करते समय उनकी टीम के साथ जिला प्रशासन, पुलिस व वन विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे हैं. डॉ संजय कुमार ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जिला कुल्लू में उगने वाली भांग की काफी मांग रहती है. ऐसे में अन्य लोग भी जिला कुल्लू को नशा मुक्त करने में अपना सहयोग दें, ताकि नशे के इस काले कारोबार को खत्म किया जा सके.
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