कुल्लू: पांच महीने से बाहरी दुनिया से कटे जनजातीय इलाके में रहने वाले लोगों को जल्द राहत मिलने वाली है. करीब 150 किमी लंबे तांदी-संसारीं सड़क को चार दिन में बहाल कर करने का दावा सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) कर रहा है. हिमाचल के लाहौल और पांग किलाड़ को जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ से जोड़ने के लिए बीआरओ की 108 आरसीसी सड़क से बर्फ हटाने में जुट गई है.
कठिन परिस्थितियों में बर्फ हटाने में जुटी बीआरओ की टीम की हौसला आफजाई के लिए 38 बीआरटीएफ के कमांडर कर्नल उमाकांत खुद सेना के हेलीकॉप्टर से उदयपुर पहुंचे. कमांडर उमाकांत ने बताया कि सर्दियों में तिंदी के समीप हिमखंड से ध्वस्त हुए पुल को तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि तांदी-संसारी सड़क में अब केवल 10 किमी के दायरे से बर्फ हटाने का काम बचा है.
कर्नल उमाकांत ने बताया कि तांदी-संसारी सड़क को बहाल करने के बाद 108 आरसीसी की मशीनों और जवानों को मनाली-लेह मार्ग पर तैनात किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि रोहतांग दर्रा को मई के मध्य तक खोल दिया जाएगा।
दावा किया है कि आगामी चार दिन के भीतर इस सड़क को बहाल कर लाहौल और पांगी किलाड़ को किश्तवाड़ से जोड़ दिया जाएगा. वाहनों की आवाजाही शुरू होते ही इस मार्ग से खाद्य पदार्थ भी घाटी पहुंचाए जा सकेंगे.