कुल्लू: जुलाई माह के अंतिम दिनों में लाहौल घाटी में हुई भारी बारिश 70 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान कर गई है. इसके अलावा लाहौल घाटी में खेतों में ही 60% सब्जियां भी नष्ट हो गई हैं. अभी भी लाहौल प्रशासन नुकसान का जायजा ले रहा है. मंगलवार तक नुकसान की रिपोर्ट तैयार कर उसे मुख्यमंत्री के समक्ष पेश किया जाएगा.
तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जल्द से जल्द पूरे नुकसान की रिपोर्ट तैयार करें, ताकि मंगलवार को रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री के साथ चर्चा हो सके. तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल ने बताया कि इस तरह की बाढ़ पहली बार लाहौल घाटी में आई है, जिसमें करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. अभी भी नुकसान का आंकड़ा बढ़ सकता है, क्योंकि पहले घाटी की सड़कें बंद थी और लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा था. अब विभिन्न विभागों के अधिकारी फील्ड में जा रहे हैं और नुकसान की रिपोर्ट ले रहे हैं.
डॉ. रामलाल मार्कंडेय ने बताया कि तांदी से लेकर उदयपुर तक सड़क बड़े वाहनों के लिए खोल दी गई है और संपर्क मार्गों को भी लोक निर्माण विभाग खोलने की कोशिश कर रहा है. रविवार तक उदयपुर उप मंडल के सभी संपर्क मार्ग विमानों की आवाजाही के लिए खुल जाएंगे. तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय ने बताया कि नुकसान के बारे में प्रदेश सरकार से चर्चा की जाएगी. राहत के लिए मुख्यमंत्री के द्वारा 10 करोड़ रुपए भी जारी किए गए हैं. इसके अलावा किसानों को भी उनकी फसलों का उचित मुआवजा दिलाया जाएगा.
गौर रहे कि जुलाई माह के अंत में आई बाढ़ के चलते 2 पुल भी बह गए थे और 10 लोग भी इसकी चपेट में आ गए थे, जिनमें से 8 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं.
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