हमीरपुर: वर्क वीजा के नाम पर दो युवकों को एजेंट द्वारा टूरिस्ट वीजा लगाकर विदेश भेजने का एक मामला सामने (Youths from Hamirpur trapped in UAE) आया है. युवकों के परिजनों ने एजेंट पर धोखाधड़ी करने के आरोप (Work visa Fraud in Hamirpur) लगाए हैं. युवकों के पिता अमरजीत वर्मा ने बताया कि एजेंट ने अढ़ाई साल के लिए इनके बेटों को वर्क वीजा के नाम पर यूएई की राजधानी अबू धाबी भेजा है. जब इनके बेटे सारजहां पहुंचे तो उन्हें वहां पर पता चला कि इन्हें टूरिस्ट वीजा लगाकर भेजा गया है. हालांकि उसके बाद उन्हें वहां कंपनी में काम करने दिया गया, लेकिन अब कंपनी ने उन्हें बाहर निकाल दिया है और बच्चों पर फाइन भी लगाया जा रहा है.
इस संदर्भ में मंगलवार को परिजनों ने पुलिस अधीक्षक हमीरपुर को भी ज्ञापन सौंपा. अमरजीत वर्मा ने बताय कि उनके दो बेटे अक्षय वर्मा और साहिल वर्मा को एक स्थानीय एजेंट ने 11 दिसंबर 2021 को अब्बुधाबी भेजा था. एजेंट आज तक यह हवाला देकर बहलाता रहा कि मेरा बेटा वहां कंपनी में इंजीनियर है और वही दोनों का सारा काम करवाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने आरोप लगाया कि एजेंट ने उन्हें बेवकूफ बनाया है.
एजेंट ने न तो उनाक वर्क वीजा लगवाया और न ही उन्हें भारत वापस भेजा. ऐसे में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से आग्रह किया है कि बच्चों को सुरक्षित भारत लाया जाए. अमरजीत वर्मा ने बताया कि इस सारे प्रकरण के बारे में उन्होंने विदेश मंत्रालय को भी अवगत करवाया है. उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही उनके बच्चों (Hamirpur Youth trapped in UAE) को सुरक्षित भारत पहुंचा दिया जाएगा. फिलहाल जब तक बच्चे घर नहीं पहुंच जाते परिजनों को लगातार उनकी चिंता सताती रहेगी.