हमीरपुर: कोरोना काल में बंद हुई बस सेवा 2 साल बाद भी बहाल न होने के चलते झनियारा के ग्रामीण परेशान हैं. हालात ऐसे हैं कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत करने के बावजूद भी लोगों की समस्या का समाधान नहीं हुआ है. यहां तक कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल से भी यह लोग मुलाकात कर चुके हैं, लेकिन क्षेत्र के लिए कोरोना काल मे बंद हुए बस रूट अभी तक बहाल नहीं हुए है.
ग्रामीणों ने पिछले महीने हमीरपुर पहुंचकर अपनी समस्या बतानी चाही, लेकिन यहां पर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं की गई. ग्रामीणों को कार्यालय से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. समस्या के बारे में जानकारी देते हुए झनियारा निवासी प्यार चंद ने बताया कि ने बताया कि इस विषय में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी करीब 14 दिन पहले शिकायत की गई थी, लेकिन 2 सप्ताह बीत जाने के बावजूद इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
यहां तक कि उन्हें अभी तक इस विषय पर कोई फोन कॉल भी मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की तरफ से नहीं आया है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री से भी वहां मुलाकात कर चुके हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने भी उन्हें जल्द ही बस सेवा को बहाल करने का आश्वासन दिया था. उन्होंने कहा कि आरएम के कार्यालय में वह ग्रामीणों के साथ मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे. लोगों की कहीं भी इस मामले में सुनवाई नहीं हो रही है जिस वजह से परेशान है.
गौरतलब है कि हमीरपुर से मतरोह वाया झनियारा, हमीरपुर से सुजानपुर वाया झनियारा और हमीरपुर से नादौन वाया झनियारा बस सेवा को कोरोना काल मे बंद कर दिया गया है. जिस वजह से क्षेत्र की लगभग 5 पंचायतों के लोगों को परेशानी पेश आ रही है. इन बसों का समय स्कूल के विद्यार्थियों तथा विभिन्न कार्यालय के कर्मचारियों के लिए उपयुक्त था. अब बस सेवा बाधित होने के कारण यह कर्मचारी और विद्यार्थी अधिक परेशान हो रहे हैं.
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