हमीरपुर: कचरा प्रबंधन को लेकर लंबे समय से विवादों में चल रही नगर परिषद हमीरपुर के सॉलिड वेस्ट ट्रीटमेंट प्लांट दगनेहड़ी की निगरानी के लिए अब बजूरी पंचायत प्रधान की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जाएगी. सोमवार को एडीएम हमीरपुर जितेंद्र सांजटा की अगुवाई वाली जॉइंट इंस्पेक्शन कमेटी ने ट्रीटमेंट प्लांट के निरीक्षण के दौरान यह निर्देश जारी किए हैं. साथ ही पिछले निरीक्षण के दौरान एनजीटी की तरफ से दिए गए निर्देशों के महत्वपूर्ण बिंदुओं की भी समीक्षा की.
निरीक्षण के दौरान ट्रीटमेंट प्लांट में पिछली बार की अपेक्षा सुधार देखने को मिला है लेकिन अभी तक रिटेनिंग वॉल, फेंसिंग और ट्रीटमेंट प्लांट को एक बड़े जाली से कवर किए जाने का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. कुछ हद तक काम तो हुआ है लेकिन निकासी नालियों के काम के अलावा अन्य कार्य अभी तक पूरी तरह से मुकम्मल नहीं हो पाए हैं. ऐसे में इन कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.
जॉइंट इंस्पेक्शन कमेटी के चेयरमैन एवं एडीएम हमीरपुर जितेंद्र सांजटा ने कहा कि, ट्रीटमेंट प्लांट में काफी हद तक नगर परिषद की तरफ से सुधार किया गया है. बचे हुए कार्य को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं और संबंधित पंचायत प्रधान को एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए गए हैं. यह कमेटी इन कार्यों की निगरानी करेगी और प्रशासन को इसकी रिपोर्ट देगी. अन्य कार्यो को भी खासकर रिटेनिंग वॉल का कार्य 2 माह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा.
पंचायत प्रधान बजूरी सीमा देवी का कहना है कि, ट्रीटमेंट प्लांट में जो मशीन लगाई गई है वह अक्सर खराब रहती है. इसके बारे में कमेटी को शिकायत की गई थी जिसके बाद अब प्रशासन की तरफ से एक निगरानी कमेटी का गठन करने के निर्देश मिले हैं. जल्द ही पंचायत की ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर कमेटी का गठन किया जाएगा.
वहीं, नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी किशोरी लाल ठाकुर का कहना है कि, जॉइंट इंस्पेक्शन कमेटी ने ट्रीटमेंट प्लांट का सोमवार को निरीक्षण किया है. उन्होंने कहा कि कमेटी प्लांट में किए गए सुधार कार्यों से संतुष्ट नजर आई है और बचे हुए कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. कोरोना की वजह से कुछ कार्यों में देरी हुई है जल्द ही इन्हें पूरा कर लिया जाएगा.
दरअसल, ट्रीटमेंट प्लांट के नीचे की तरफ एक खड्ड बह रही है. जिससे क्षेत्र की 4 पंचायतों को पेयजल योजना के लिए पानी उठाया जा रहा है. यहां पर रिटेनिंग वॉल लगाने के निर्देश काफी समय पहले जारी किए गए थे लेकिन अभी तक यह रिटेनिंग वॉल आधी ही लग पाई है. हालांकि नगर परिषद के अधिकारियों का तर्क है कि, कोरोना की वजह से और ट्रीटमेंट प्लांट तक जाने वाली सड़क के बदहाल होने के कारण यह कार्य पूरा नहीं हो सका है. वही पशु ट्रीटमेंट प्लांट के एरिया में ना घुसे इसके लिए इसके फेंसिंग की जानी थी और पक्षियों को रोकने के लिए एक बड़ा जाला लगाए जाने की भी योजना थी. लेकिन कुल मिलाकर यह तीनों कार्य अभी तक अधूरे हैं.
ये भी पढ़ें : भारतीय संस्कृति में महिलाओें का उच्च स्थान: राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर