हमीरपुरः कोरोना संकट में आर्थिक तंगी का दौर देख रहे प्रदेश के कलाकारों ने हिमाचल सरकार से उनके लिए रोजगार नीति बनाने की मांग उठाई है. इसे लेकर स्टेट फोक मीडिया एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मंगलवार को डीसी हमीरपुर के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को मांग पत्र सौंपा है.
स्टेट फोक मीडिया एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि कोरोना संकटकाल में सबसे ज्यादा दयनीय हालत कलाकारों की है. इस समय में न ही उनके पास कोई रोजगार है और ना ही इनके लिए कोई नीति अभी तक बन पाई है. उन्होंने कलाकारों के लिए रोजगार नीति बनाने की मांग उठाई है.
एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी निशांत गिल ने बताया कि कोरोना महामारी के बारे में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और प्रिंटिग मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उसी तरह फोक मीडिया के कलाकारों के माध्यम से भी कोरोना महामारी जागरूकता अभियान चलाया जाए जिससे कि लोगों को कोरोना महामारी और सरकार की कल्याणकारी नीतियों के बारे में जागरूक किया जा सके.
इससे बेरोजगार कलाकारों को रोजगार का अवसर भी प्राप्त होगा और कई परिवारों की भी रोजी रोटी चल सकेगी. एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि निदेशालय सूचना और जनसंपर्क विभाग में हर दो साल बाद इन दलों की स्क्रीनिंग की जाती है, जबकि इतना रोजगार दो साल में नहीं मिल पाता जितना खर्चा एक स्क्रीनिंग पर होता है. ऐसे में इस स्क्रीनिंग को भी कम से कम पांच साल के लिए मान्य किया जाए.
हिमाचल प्रदेश फोक मीडिया एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश जस्सल का कहना है कि 60 फोक मीडिया दल प्रदेश में हैं जो ए श्रेणी प्राप्त हैं. निदेशक सूचना व जनसंपर्क विभाग से हर 2 साल बाद इन दलों की स्क्रीनिंग की जाती है जबकि इतना रोजगार 2 साल में नहीं मिल पाता है, जितना खर्चा एक स्क्रीनिंग पर होता है. एसोसिएशन ने मांग की है कि इस स्क्रीनिंग को भी कम से कम 5 साल के लिए मान्य किया जाए.
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