हमीरपुर: खेलों में बढ़िया प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में 3% आरक्षण का प्रावधान हमने किया था. वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने रविवार को सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत ख्याह में दीन हिम मंडल संस्था की सराहकड़ इकाई द्वारा आयोजित खेल प्रतियोगिता में उपस्थित खिलाड़ियों व अन्य लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही. खेल प्रतियोगिता में की 10 टीमों ने भाग लिया.
रविवार को इस खेल प्रतियोगिता का फाइनल मैच बगवाड़ा व चोलथरा की टीमों के बीच खेला गया, इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री उपस्थित रहे एवं उन्होंने विजेता व उपविजेता टीम को इनाम भी बांटे. पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता के समापन पर उपस्थित खिलाड़ियों को लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल प्रतियोगिताओं में अनुशासन व टीम स्पिरिट के साथ खेल कर सफलता प्राप्त की जाती है. एक खेल विश्लेषक की नजर में खेल प्रतियोगिता के दौरान जीती या हारी टीम से ज्यादा कौन टीम अधिक अनुशासन और अधिक टीम स्पिरिट के साथ खेली, वह ज्यादा महत्वपूर्ण होता है.
उन्होंने कहा कि यहां खेले गए फाइनल मैच के दौरान खिलाड़ियों की फिटनेस भी काफी प्रभावशाली देखने को मिली. इस अवसर पर स्कूल टाइम से जुड़ी हुई यादों को साझा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि टौणी देवी को बास्केटबॉल खेल की नर्सरी कहा जाता है. 1960 में स्वर्गीय गोविंद राम आर्य डीएवी टौणी देवी स्कूल के हेड मास्टर हुआ करते थे. कांगड़ा बहुत बड़ा जिला हुआ करता था, कुल्लू हमीरपुर एवं ऊना तब तहसील थे और उसी जिले में थे तो सुजानपुर में बास्केटबॉल खेल की प्रतियोगिताएं हुई, जिसमें पहली बार हमीरपुर कि टौणी देवी डीएवी स्कूल की टीम दूसरे नंबर पर रही थी.
तब से लगातार उसी स्कूल के कई बच्चे बास्केटबॉल खेल में शानदार प्रदर्शन करते रहे हैं. टौणी देवी डीएवी स्कूल के कई बच्चे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बने और भारतीय टीम के कैप्टन भी रहे. चंबोह गांव के मनोज कुमार भारत की बास्केटबॉल टीम के कैप्टन रहे.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलों के मैदान बनाएं खिलाड़ियों को सुविधाएं दी और उनको रोजगार प्राप्त करने के लिए आरक्षण भी दिया जो आज तक मिल रहा है. हमारी सरकार के समय में ही शिमला में एक बॉक्सिंग की खेल प्रतियोगिता हुई जिसमें देश भर की पुलिस की टीमों ने हिस्सा लिया.
हमारे प्रदेश के एक सब इंस्पेक्टर चौधरी उस प्रतियोगिता की चैंपियन बने जिनको हमने मौके पर ही दोनों करते हुए इंस्पेक्टर बनाया था. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे हिमाचल के बच्चे इतना अच्छा खेले इससे अधिक सौभाग्य की बात हमारे लिए क्या हो सकती है मुझे विश्वास है कि आगे चलकर यह टीमें और अच्छा खेलेंगे अनुशासन से खेलेंगे और अधिक उपलब्धियां और सफलताएं हासिल करेंगे.
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