शिमला: कांग्रेस ने हमीरपुर लोकसभा सीट से नैणा देवी के विधायक रामलाल ठाकुर के नाम पर अपनी मुहर लगा दी है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल, प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर, नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बीच दिल्ली में हुई मंत्रणा के बाद कांग्रेस ने रामलाल ठाकुर के नाम पर मुहर लगाई है.रामलाल ठाकुर तीन बार लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं. खबर के मुताबिक रामलाल ठाकुर पार्टी हाइकमान से मिलने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं.
पिछले लंबे समय से कोई भाजपा प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर दे पाया है तो वह सिर्फ राम लाल ठाकुर ही हैं. वर्ष 2004 में रामलाल ठाकुर बेहद ही कम मार्जिन से हार गए थे. रामलाल ठाकुर को महज 1625 मतों से भाजपा के प्रत्याशी सुरेश चंदेल से हार का सामना करना पड़ा था. उनके प्रत्याशी बनने से क्षेत्रवाद का संतुलन भी बनेगा. ऊना और हमीरपुर में गुटों में बंटी कांग्रेस को भी एक धारा प्रवाह में लाना कांग्रेस हाईकमान के लिए कुछ हद तक आसान हो जाएगा. इन दोनों ही जिलों में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं सुखविंदर सिंह सुक्खू, राजेंद्र राणा और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का साथ रामलाल ठाकुर को मिलेगा. इसी समीकरण को साधने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने दो हार के बावजूद रामलाल ठाकुर पर विश्वास जतया है.
रामलाल ठाकुर का जन्म 1951 को बिलासपुर जिले में हुआ था. रामलाल ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश विश्विद्यालय से बीए, एलएलबी तक शिक्षा हासिल की है. वह राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी में 6 बार राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और तीन बार टीम के कप्तान रहे हैं. रामलाल हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय खेल परिषद के सदस्य भी रहे हैं. केंद्रीय छात्र संघ के महासचिव रहते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में वर्ष 1978 में कांग्रेस पार्टी के जेल भरो आंदोलन के दौरान वो जेल भी गए थे.
रामलाल ठाकुर 1985 में पहली बार हिमाचल विधानसभा के लिए चुने गए. इसके बाद 1993, 1998, 2003 और 2017 में उन्होने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की. वह 1985 में प्रदेश के कानून राज्य मंत्री, 1990 खेल, आयुर्वेद मंत्री रहे. वर्ष 1991 से 1998 उन्होने स्वास्थ्य मंत्री का पदभार संभाला. रामलाल ठाकुर को पूर्व की वीरभद्र सरकार में राज्य योजना आयोग एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति आयोग का अध्यक्ष भी बनाया गया था.