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मानव भारती विश्वविद्यालय फर्जी डिग्री कांड पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने जांच के दिए आदेश: राणा - Office of the Prime Minister

विधायक राजेंद्र राणा मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री घोटाले को सड़क से लेकर विधानसभा तक लगातार उठाते चले आ रहे हैं. ऐसे में विधायक का कहना है कि इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं. वहीं, उन्होंने कहा कि इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की अपनी मांग पर बरकरार हूं, ताकि असली गुनाहगार जनता के सामने आ सकें.

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Published : Oct 15, 2021, 5:41 PM IST

हमीरपुर: प्रदेश के बड़े फर्जी डिग्री घोटाले को लेकर सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा की शिकायत पर एक्शन मोड में आए प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस मामले पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं. शिकायत का जवाब मिलने के बाद कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने यह दावा किया है. उनका कहना है कि इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय से जांच के आदेश जारी किए गए हैं.

भारत सरकार के कार्मिक व लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय की ओर से पत्र संख्या 353/6/2021-एबीपी के माध्यम से की गई शिकायत पर मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री घोटाले पर कार्रवाई के निर्देश की सूचना विधायक राजेंद्र राणा को भी भेजी गई है. सचिव शिक्षा मंत्रालय शास्त्री भवन नई दिल्ली की ओर से मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पष्ट किया गया है कि इस मामले में कार्रवाई के लिए निर्देश प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दिए गए हैं.

विधायक राजेंद्र राणा मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री घोटाले को सड़क से लेकर विधानसभा तक लगातार उठाते चले आ रहे हैं. इसके अलावा मीडिया के माध्यम से फर्जी डिग्री कांड को प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला बताया है. राणा के आरोपों के मुताबिक फर्जी डिग्री कांड में 20 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ है, जिसमें 6 लाख के करीब फर्जी डिग्रियां बेची गई हैं. इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने के लिए लगातार दबाव बनाते हुए सरकार को घेरते रहे हैं.

राणा का गंभीर आरोप यह भी है कि यह घोटाला सत्ता संरक्षण में हुआ है, जिसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर तत्कालीन बीजेपी सरकार की रही है. इतना ही नहीं राणा ने यह भी आरोप जड़ा है कि वह कौन से कारण हैं जिसकी वजह से वर्तमान बीजेपी सरकार सीबीआई की जांच नहीं कर रही है. देवभूमि की छवि को दागदार करने वाले इस घोटाले में सरकार किसको बचाना चाहती है और क्यों इस मामले को दबाना चाहती है. तत्कालीन सरकार ने औपचारिकताएं पूरी न होने के बावजूद मानव भारती विश्वविद्यालय का मामला कैबिनेट में दो बार रिजेक्ट होने के बाद किन परिस्थितियों में परमीशन दी.

इस मामले की जांच पर राज्य बीजेपी सरकार ने जब कोई विशेष रूचि नहीं दिखाई तो विधायक राजेंद्र राणा ने इस मामले की शिकायत सीधे तौर पर प्रधानमंत्री से की थी, जहां से अब इस मामले पर कार्रवाई के आदेश हुए हैं. विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश की जनता की ओर से व्यक्तिगत तौर पर मानव भारती विश्वविद्यालय फर्जी डिग्री कांड पर कार्रवाई के आदेश देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रगुजार हूं, लेकिन इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की अपनी मांग पर बरकरार हूं, ताकि असली गुनाहगार जनता के सामने आ सकें.

ये भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ऊना को दी करोड़ों की सौगात, बोले- पर्यटन विकास के लिए किया गया प्रयास सराहनीय

हमीरपुर: प्रदेश के बड़े फर्जी डिग्री घोटाले को लेकर सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा की शिकायत पर एक्शन मोड में आए प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस मामले पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं. शिकायत का जवाब मिलने के बाद कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने यह दावा किया है. उनका कहना है कि इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय से जांच के आदेश जारी किए गए हैं.

भारत सरकार के कार्मिक व लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय की ओर से पत्र संख्या 353/6/2021-एबीपी के माध्यम से की गई शिकायत पर मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री घोटाले पर कार्रवाई के निर्देश की सूचना विधायक राजेंद्र राणा को भी भेजी गई है. सचिव शिक्षा मंत्रालय शास्त्री भवन नई दिल्ली की ओर से मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पष्ट किया गया है कि इस मामले में कार्रवाई के लिए निर्देश प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से दिए गए हैं.

विधायक राजेंद्र राणा मानव भारती विश्वविद्यालय के फर्जी डिग्री घोटाले को सड़क से लेकर विधानसभा तक लगातार उठाते चले आ रहे हैं. इसके अलावा मीडिया के माध्यम से फर्जी डिग्री कांड को प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला बताया है. राणा के आरोपों के मुताबिक फर्जी डिग्री कांड में 20 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ है, जिसमें 6 लाख के करीब फर्जी डिग्रियां बेची गई हैं. इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने के लिए लगातार दबाव बनाते हुए सरकार को घेरते रहे हैं.

राणा का गंभीर आरोप यह भी है कि यह घोटाला सत्ता संरक्षण में हुआ है, जिसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर तत्कालीन बीजेपी सरकार की रही है. इतना ही नहीं राणा ने यह भी आरोप जड़ा है कि वह कौन से कारण हैं जिसकी वजह से वर्तमान बीजेपी सरकार सीबीआई की जांच नहीं कर रही है. देवभूमि की छवि को दागदार करने वाले इस घोटाले में सरकार किसको बचाना चाहती है और क्यों इस मामले को दबाना चाहती है. तत्कालीन सरकार ने औपचारिकताएं पूरी न होने के बावजूद मानव भारती विश्वविद्यालय का मामला कैबिनेट में दो बार रिजेक्ट होने के बाद किन परिस्थितियों में परमीशन दी.

इस मामले की जांच पर राज्य बीजेपी सरकार ने जब कोई विशेष रूचि नहीं दिखाई तो विधायक राजेंद्र राणा ने इस मामले की शिकायत सीधे तौर पर प्रधानमंत्री से की थी, जहां से अब इस मामले पर कार्रवाई के आदेश हुए हैं. विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश की जनता की ओर से व्यक्तिगत तौर पर मानव भारती विश्वविद्यालय फर्जी डिग्री कांड पर कार्रवाई के आदेश देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रगुजार हूं, लेकिन इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की अपनी मांग पर बरकरार हूं, ताकि असली गुनाहगार जनता के सामने आ सकें.

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