हमीरपुरः प्याज की बढ़ती कीमतों के कारण आम लोग प्याज खरीदने से गुरेज करने लगे हैं. महंगी कीमतों से लोगों के घरों का बजट भी बिगड़ने लगा है. जिला हमीरपुर में इन दिनों दुकानों से प्याज गायब है. वहीं, उपभोक्ता को पहुंच से प्याज दूर हो रहा है. प्याज विक्रेताओं की मानें तो लोगों ने तो प्याज खरीदना ही बंद कर दिया है.
हमीरपुर जिला के बाजारों में दो श्रेणियों का प्याज इन दिनों पहुंच रहा है. एक का थोक भाव 72 प्रति किलो है और दूसरी श्रेणी का प्याज 88 रुपये प्रति किलो है. लोकल प्याज कुछ कम दाम पर बिक रहा है, लेकिन बाहरी राज्यों से आने वाले प्याज की कीमत विक्रेताओं के लिए ₹100 के लगभग पहुंच रही है.
स्थानीय प्याज को ₹80 प्रति किलो दुकान में खरीदा जा सकता है. वहीं, बाहर से आने वाला प्याज ₹100 प्रति किलो दुकानदार बेच रहे हैं. हालांकि कुछ दिन पहले तो प्याज की कीमत ₹120 से पार हो गई थी.
सब्जी विक्रेता का कहना है कि प्याज की कीमतें आने वाले दिनों में और भी बढ़ सकती हैं. वहीं, सरकार के डिपो में प्याज बेचने के निर्णय पर सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि यदि सरकार सस्ता प्याज डिपो में बेचेगी तो वे मंडी से प्याज लाना ही छोड़ देंगे और उनके पास कोई चारा नहीं है.
बता दें कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष के नेता प्याज की मालाएं पहनकर विधानसभा में पहुंच रहे हैं. वहीं, अब बढ़ती हुई महंगाई लोगों के लिए मुसीबत बन गई है. सत्ता और विपक्ष में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति जारी है, लेकिन महंगाई से लोगों को राहत नहीं मिल रही है.
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