हमीरपुर: कोरोना संकटकाल में बढ़ती महंगाई ने मध्यम वर्गीय परिवारों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. हालात ऐसे हैं कि जहां एक ओर कमाई का जरिया सिमटता जा रहा है. वहीं, जरूरी सामानों के दाम में बढ़ोतरी होने से खर्च में इजाफा हो गया है. जिसका असर लोगों की जेब पर पड़ता नजर आ रहा है.
हमीरपुर जिले में लॉकडाउन के बाद तेल-दाल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है. चने की कीमतों में तो पिछले 1 महीने में 30 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इसके अलावा तेल रिफाइंड में भी काफी तेजी देखने को मिल रही है.
दाल- तेल की कीमतों में काफी उछाल
हमीरपुर जिला के मुख्य बाजार के दुकानदार रजत का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में खाने-पीने की चीजों की कीमतों मे काफी उछाल देखने को मिला है. दालों के दामों में 15 से 20 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. मंहगाई की वजह से लोग उपयोगी सामानों को कम मात्रा में खरीद रहे हैं. लोगों को उम्मीद है कि दाम कम होंगे, लेकिन लंबे समय बाद भी कोरोना के इस दौर में दाम कम नहीं हो रहे हैं.
आसमान छूते दाम ! | ||
दाल/तेल | कोरोना लहर से पहले | अब |
चना दाल | 50 | 70 |
काले चने | 55 | 80 |
सफेद चने | 85 | 115 |
राजमा | 110 | 130 |
अरहर दाल | 90 | 105 |
साबुत मूंग | 90 | 100 |
मूंग दाल | 90 | 105 |
उड़द दाल | 90 | 105 |
साबुत उड़द | 90 | 110 |
सरसो तेल | 110-130 | 150-170 |
रिफाइंड | 90-120 | 140-170 |
मंहगाई की वजह से दुकानदारों की घटी बिक्री
दुकानदार राजेंद्र का कहना है कि कीमतें बढ़ने के कारण लोगों ने उपयोग करना कम कर दिया है. लोग दाल इत्यादि के बजाय सब्जियां खरीदने में अधिक रुचि दिखा रहे हैं. इस संकट काल में अब बिक्री की अगर बात की जाए तो महज 60 फीसदी ही बिक्री हो रही है. जिससे उनकी कमाई पर असर पड़ रहा है.
सरकार तय करे दाल और तेल की कीमत
शहर के रहने वाले बुजुर्ग जुगल किशोर कहते हैं कि दाल-तेल के अलावा रोजमर्रा की चीजों के दाम काफी बढ़ गए हैं. सब्जियां सस्ती होने की वजह से लोग दाल को कम तरजीह दे रहे हैं. सरकार को दाल और तेल की कीमत तय करनी चाहिए, ताकि आम लोगों को मंहगाई की मार का सामना न करना पड़ें.
सब्जी विक्रेताओं की हो रही कमाई
सब्जी विक्रेता हरिओम का कहना है कि इन दिनों मौसमी सब्जियां खूब बिक रही हैं. जिले में दाल की कीमत में बढ़ोतरी की वजह से सब्जी की डिमांड काफी बढ़ गई है. ऐसे में उनकी बिक्री अच्छी हो रही है.