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सीनियर स्टाफ की प्रताड़ना से तंग आकर नर्स ने की आत्महत्या, जांच में जुटी पुलिस

मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सेवारत एक स्टाफ नर्स ने अस्पताल के सीनियर स्टाफ की प्रताड़ना से तंग आकर पंखे से लटककर अपनी जान दे दी. पुलिस को घटनास्थल पर एक सुसाइट नोट मिला है.

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Published : Oct 4, 2019, 12:56 PM IST

हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सेवारत एक स्टाफ नर्स ने अस्पताल के सीनियर स्टाफ की प्रताड़ना से तंग आकर पंखे से लटककर अपनी जान दे दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा है.

सूचना मिलने के बाद थाना हमीरपुर से एसएचओ संजीव गौतम के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. नर्स पिछले करीब 2 साल से मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सेवाएं दे रही थी.

उसका पति एक दवा कंपनी में सेवारत है और वर्तमान में शिमला में सेवाएं दे रहा है. उसका एक पांच साल का बेटा भी है जो घटना के वक्त स्कूल में था. रोजाना की तरह वह बुधवार को मेडिकल कॉलेज में रात में ड्यूटी देने के बाद सुबह हमीरपुर स्थित अपने किराए के मकान में पहुंची.

स्कूल से छुट्टी होने के बाद स्कूल स्टाफ बच्चे को हॉस्पिटल में छोड़ कर आया था, क्योंकि बेटे को स्कूल से लाने कोई भी नहीं गया था. मकान मालिक को सूचना देने के बाद बच्चे को घर पहुंचाया गया. शाम 5:30 बजे मकान मालिक बच्चे को लेकर उसके घर गया, लेकिन कमरा भीतर से बंद था. दरवाजा खोलने के बाद मकान मालिक ने नर्स को फंदे से लटका पाया और घटना की सूचना दी.

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है. जिसमें उसने अस्पताल के वरिष्ठ स्टाफ को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है. मोनिका ने पत्र में लिखा है कि वो स्कूल टाइम से ही पढ़ाई लिखाई में अव्वल रही है, लेकिन अस्पताल का सीनियर स्टाफ उसे बात-बात पर रोक-टोक करता था. जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या का निर्णय लिया है.

बता दें कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर को शुरू हुए 2 साल हो गए हैं, लेकिन यहां पर स्टाफ नर्स के दर्जनों पद खाली हैं. जिसके चलते वर्तमान समय में मौजूदा स्टाफ नर्स को अत्यधिक काम के चलते तनाव और दबाव की स्थिति में रहना पड़ रहा है.

पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर मेडिकल कॉलेज के सीनियर स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. इसके साथ ही मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है.

हमीरपुर: मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सेवारत एक स्टाफ नर्स ने अस्पताल के सीनियर स्टाफ की प्रताड़ना से तंग आकर पंखे से लटककर अपनी जान दे दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा है.

सूचना मिलने के बाद थाना हमीरपुर से एसएचओ संजीव गौतम के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. नर्स पिछले करीब 2 साल से मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सेवाएं दे रही थी.

उसका पति एक दवा कंपनी में सेवारत है और वर्तमान में शिमला में सेवाएं दे रहा है. उसका एक पांच साल का बेटा भी है जो घटना के वक्त स्कूल में था. रोजाना की तरह वह बुधवार को मेडिकल कॉलेज में रात में ड्यूटी देने के बाद सुबह हमीरपुर स्थित अपने किराए के मकान में पहुंची.

स्कूल से छुट्टी होने के बाद स्कूल स्टाफ बच्चे को हॉस्पिटल में छोड़ कर आया था, क्योंकि बेटे को स्कूल से लाने कोई भी नहीं गया था. मकान मालिक को सूचना देने के बाद बच्चे को घर पहुंचाया गया. शाम 5:30 बजे मकान मालिक बच्चे को लेकर उसके घर गया, लेकिन कमरा भीतर से बंद था. दरवाजा खोलने के बाद मकान मालिक ने नर्स को फंदे से लटका पाया और घटना की सूचना दी.

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है. जिसमें उसने अस्पताल के वरिष्ठ स्टाफ को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है. मोनिका ने पत्र में लिखा है कि वो स्कूल टाइम से ही पढ़ाई लिखाई में अव्वल रही है, लेकिन अस्पताल का सीनियर स्टाफ उसे बात-बात पर रोक-टोक करता था. जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या का निर्णय लिया है.

बता दें कि मेडिकल कॉलेज हमीरपुर को शुरू हुए 2 साल हो गए हैं, लेकिन यहां पर स्टाफ नर्स के दर्जनों पद खाली हैं. जिसके चलते वर्तमान समय में मौजूदा स्टाफ नर्स को अत्यधिक काम के चलते तनाव और दबाव की स्थिति में रहना पड़ रहा है.

पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन ठाकुर ने बताया कि पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर मेडिकल कॉलेज के सीनियर स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है. इसके साथ ही मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है.

Intro:सीनियर स्टाफ की प्रताड़ना से तंग आकर मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में तैनात स्टाफ नर्स ने पंखे से फंदा लगाकर की आत्महत्या
हमीरपुर.
मेडिकल कॉलेज और अस्पताल हमीरपुर में सेवारत एक स्टाफ नर्स ने अस्पताल के सीनियर स्टाफ की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली है बताया जा रहा है कि नर्स ने पंखे से लटककर अपनी जान दे दी। पुलिस के मुताबिक स्टाफ नर्स के कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है। 
सूचना मिलने के बाद थाना हमीरपुर से एसएचओ संजीव गौतम के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। मृतक की पहचान मोनिका उम्र 32 वर्ष पत्नी आसनिक कतनोरिया निवासी गांव पलासी, जिला हमीरपुर के रूप में हुई है। मोनिका पिछले करीब 2 वर्ष से मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में सेवाएं दे रही थी।
मोनिका का पति एक दवा कंपनी में सेवारत है और वर्तमान में शिमला में सेवाएं दे रहा है। मोनिका का एक पांच वर्ष का बेटा भी है जो घटना के वक्त स्कूल में था। रोजाना की तरह मोनिका बुधवार को मेडिकल कॉलेज में रात्रि ड्यूटी देने के बाद सुबह हमीरपुर स्थित अपने किराए के मकान में पहुंची।
स्कूल से छुट्टी होने के बाद स्कूल स्टाफ बच्चे को हॉस्पिटल में छोड़ कर आया था। क्योंकि बेटे को स्कूल से लाने कोई भी नहीं गया था। मकान मालिक को सूचना देने के बाद बच्चे को घर पहुंचाया गया। शाम 5:30 बजे मकान मालिक बच्चे को लेकर मोनिका के कमरे की तरफ गया। लेकिन कमरा भीतर से बंद था। जोर से दरवाजा खोलने के बाद मकान मालिक ने मोनिका को फंदे से लड़का पाया। इसके बाद मकान मालिक ने पुलिस थाना में घटना की सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद किया है। जिसमें मोनिका ने अस्पताल के वरिष्ठ स्टाफ को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। मोनिका ने पत्र में लिखा है कि वह स्कूल टाइम से ही पढ़ाई लिखाई में अव्वल रही है। लेकिन अस्पताल का सीनियर स्टाफ उसे बात बात पर रोक-टोक करता था और उसे प्रताड़ित करता था। जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या का निर्णय लिया है।
पुलिस ने सुसाइड नोट को आधार मानते हुए अस्पताल के सीनियर स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। वही मेडिकल कॉलेज हमीरपुर को शुरू हुए 2 वर्ष हो गए हैं लेकिन यहां पर स्टाफ नर्स के दर्जनों पद खाली हैं जिसके चलते वर्तमान समय में मौजूदा स्टाफ नर्स को अत्यधिक काम के चलते तनाव और दबाव की स्थिति में रहना पड़ रहा है।
अस्पताल स्टाफ इस मामले को कई बार प्रदेश सरकार के समक्ष उठा चुका है लेकिन अभी तक स्टाफ की कमी की समस्या जस की तस है।

उधर जब इस बारे में पुलिस अधीक्षक हमीरपुर अर्जित सेन ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर मेडिकल कॉलेज के सीनियर स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। इसके साथ ही मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है।  


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