हमीरपुरः एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव टोनी ठाकुर ने बयान जारी करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार लगातार छात्रहितों को नजरंदाज करते हुए उनकी जान जोखिम में डालने का काम करती आ रही है. पहले शिक्षण संस्थानों को खोलने का मूर्खतापूर्ण फैसला ले लिया, उसके बाद जब संक्रमित छात्रों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है तो यह फैसला वापस ले लिया गया.
वहीं, टोनी ठाकुर ने सवाल करते हुए कहा है. कौन से सलाहकार है जो तकनीकी लोग जयराम ठाकुर ने रखें हैं, जो ऐसे तुग्लकी फरमान जारी करते हैं. चाहे छात्रों को प्रोमोट करने की बात हो या अन्य कोई भी फैसला. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय लगातार अपनी बातों से पलट जाता हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी क्या जरूरत आन पड़ी कि छात्र समुदाय की कक्षाएं कोरोना काल में लगाकर उन्होंने हजारों छात्रों की जान जोखिम में डाल दी.
आपको बता दें कि सैकड़ों कोरोना केस आने के बाद अब जाकर उन्होंने अपना फरमान वापिस लिया है. उन्होंने कहा कि एनएसयूआई उम्मीद करती है कि वह भविष्य में इस तरह के फैसले नहीं लेंगे जिससे उन्हें शर्मिंदा ना होने पड़े. साथ ही उन्होंने नर्सिंग और आई टी आई के छात्रों को प्रोमोट करने की मांग भी सरकार के समक्ष उठाई.