हमीरपुर: हिमाचल पथ परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच ने 240 करोड़ के वित्तीय लाभ न देने पर कड़ा रोष जताया है. कल्याण मंच को अभी तक इस माह का वेतन तक नहीं मिल पाया है. ऐसे में कर्मचारियों ने निगम पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है.
कर्मचारियों ने दो टूक में कहा है कि 20 सितंबर तक कल्याण मंच को वार्ता के लिए नहीं बुलाया, तो वे इसके बाद कभी भी सचिवालय का घेराव व धरने प्रदर्शन को मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार व निगम प्रबंधन की होगी. बता दें कि हिमाचल पथ परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच की बैठक प्रधान अजमेर सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में मंगलवार को बस अड्डा हमीरपुर में आयोजित की गई.
बैठक में कर्मचारियों को बुढ़ापे में पेंशन के लाले पड़े हुए हैं, कई कर्मचारी तो बिना वित्तिय लाभ व पेंशन के बिना ही स्वर्ग सिधार गए हैं. बाकि कुछ कर्मचारी जिनकी आयु 65 से 70 वर्ष ऊपर पूरी कर चुके हैं, उन्हें बीमारियों ने घेर रखा है. वो भी बिना पैसे के अपना इलाज करवाने में असमर्थ है. कर्मचारियों को डीए व अंतरिम आईआर लंबे समय से देय है, जिसकी कर्मचारी लंबे समय से मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक बिना आश्वासनों को उन्हें कुछ नहीं मिला.
हिमाचल परिवहन सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण मंच के अध्यक्ष अजमेर सिंह ठाकुर ने कहा कि लंबे समय से वहां कर्मचारियों की मांगों को उठा रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों को लगातार अनसुना कर रही है. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि जल्द ही मांगे पूरी नहीं होती हैं तो वह प्रदर्शन करने को भी विवश होंगे. इसके लिए पूर्ण तौर पर प्रदेश सरकार और निगम प्रबंधन जिम्मेवार होगा.
गौरतलब है कि लंबे समय से समस्याओं को लेकर निगम के कर्मचारी मांग उठा रहे हैं, लेकिन उन मांगों को लगातार अनसुना किया जा रहा है जिस वजह से अब कर्मचारी घेराव को लेकर विवश होते हुए नजर आ रहे हैं.
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