हमीरपुरः हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम (हिमपैस्को) की ओर से बुधवार को एक डिमांड मैनेजर मोबाइल एप को अधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया है. इस एप की मदद से अब ऑनलाइन घर बैठे ही ट्रक ऑपरेटर सीमेंट फैक्ट्री बरमाना में ढुलाई की डिमांड कार्य में भाग ले सकेंगे.
बताया जा रहा है कि मोबाइल एप की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इससे ट्रक डिमांड कार्य में शत प्रतिशत पारदर्शिता आएगी. प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के अध्यक्ष सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने बटन दबा कर इस एप को लॉन्च किया.
खुशाल ठाकुर ने कहा कि इस एप से ट्रक प्रचालकों के धन और समय की भी बचत होगी. कोरोना वायरस से बचाव में भी ऐप बेहद कारगर साबित होगी. इसका सफल ट्रायल कर लिया गया है जिसके बाद अब इसे गुगल के प्ले स्टोर पर से डाउनलोड किया जा सकता है.
सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने कहा कि 1994 से एसीसी सीमेंट फैक्ट्री बरमाणा में उनके कुल उत्पादन का 40 प्रतिशत सीमेंट उत्तरी भारत के विभिन्न स्थानों में पहुंचाने का कार्य करता आ रहा है. इस कार्य में पूर्व सैनिकों के 1,409 ट्रक कार्यरत हैं.
सीमेंट ढुलाई ट्रक डिमांड का कार्य अभी तक मैनुअली किया जाता था जिसके कारण प्रदेश के पूर्व सैनिकों के ट्रक जो कि बिलासपुर जिला के बाहर के थे, उन्हें ट्रक डिमांड में शामिल होने के लिए प्रदेश के अन्य जिलों से बरमाणा में आना पड़ता था जिससे उन्हें समय, धन हानि के साथ-साथ अन्य कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता था.
उन्होंने बताया कि हिमपैस्को लम्बे समय से इस समस्या के समाधान के लिए प्रयासरत थी. पूर्व सैनिकों की समस्याओं को लेकर निगम के कर्मचारी संतोष ठाकुर जो कि शिविर कार्यालय बरमाणा में कंप्यूटर सिस्टम के प्रभारी हैं, ने दो साल पहले एसीसी सीमेंट फैक्टरी के अधिकारियों के सामने डिमांड कार्य को ऑनलाइन करने का प्रस्ताव लाया और इसकी रूप-रेखा तैयार की.
इसी बीच जब कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन हुआ तो एसीसी सीमेंट फैक्टरी के अधिकारियों और संतोष ठाकुर के बीच विस्तार से चर्चाओं को दौर शुरू हुआ. परिणामस्वरूप संतोष ठाकुर ने दो साल पहले दिए गए सुझाव पर कार्य शुरू किया और एक मोबाइल एप बनाने का निर्णय लिया गया.
खुशाल ठाकुर ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण काल में हिमपैस्को के कोरोना वॉरियर्स स्वास्थ्य कर्मियों व पुलिस की भांति अपने स्वास्थ्य की परवाह किए बिना निरंतर प्रभावितों को सेवा प्रदान कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि हिमपैस्को के दो हजार से अधिक कर्मी बद्दी के ईएसआई, मेडिकल कॉलेज टांडा सहित पूरे प्रदेश में डॉक्टरों की भांति निरंतर मुस्तैद हैं.
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