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बैंकों के निजीकरण का विरोध: हमीरपुर बाजार में केंद्र सरकार के खिलाफ बैंक कर्मियों ने निकाली रैली - बैंकों के निजीकरण का विरोध

हमीरपुर मुख्य बाजार में बैंक कर्मियों ने रैली निकालकार बैंकों के निजीकरण का (Opposing bank privatization) विरोध जताया है. बैंक यूनियन के पदाधिकारियों (hamirpur bank employee unions) का स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो आगामी दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर होगी. बैंक कर्मियों की हड़ताल से बैंकिंग काम काज प्रभावित रहा.

hamirpur bank employee unions strike
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Published : Dec 16, 2021, 2:57 PM IST

Updated : Dec 16, 2021, 4:09 PM IST

हमीरपुर: बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मियों ने राष्ट्रव्यापी धरने (National wide bank strike) के दौरान हमीरपुर के मुख्य बाजार में रैली निकाल कर दो दिवसीय हड़ताल (2 days bank strike) का आगाज किया. रैली से पहले बैंक कर्मचारियों ने पीएनबी के मुख्य कार्यालय के बाहर एकत्र होकर सरकार नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.


कर्मचारियों का स्पष्ट कहना है कि बैंकों के निजीकरण से देश बर्बाद हो जाएगा, वहीं, निजीकरण के बाद लोगों का पैसा बैंकों में सुरक्षित नहीं रह पाएगा. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले जिला में सात बैंक यूनियनों (hamirpur bank employee unions) ने यह प्रदर्शन किया है. बैंक यूनियन के पदाधिकारियों का स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो आगामी दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर होगी.

वीडियो.

पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर एसोसिएशन हमीरपुर सर्किल के सर्किल सेक्रेटरी प्रदीप कौंडल ने कहा कि बैंक अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन सरकार इस रीढ़ को समाप्त कर पूंजीपतियों का सहयोग करना चाहती है, जिससे देश बर्बाद होने की कगार पर है. उन्होंने बताया कि बैंकों के निजीकरण से बैंक कर्मियों को ही नुकसान नहीं होगा बल्कि इससे जनता की कमाई भी बैंकों में सुरक्षित नहीं रहेगी.

उन्होंने बताया कि संसद के चालू सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक पेश किया जा रहा है ताकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण किया जा सके. पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के तहत बैंकों की नौ यूनियन आती हैं. केंद्र सरकार द्वारा संसद में बैंकों के निजीकरण के बारे में पेश होने वाले बिल का विरोध करने के लिए बैंक कर्मी यह हड़ताल कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बैंकों के निजीकरण का विरोध: सोलन में बैंक हड़ताल, मॉल रोड पर बैंक कर्मियों ने निकाली रैली

हमीरपुर: बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मियों ने राष्ट्रव्यापी धरने (National wide bank strike) के दौरान हमीरपुर के मुख्य बाजार में रैली निकाल कर दो दिवसीय हड़ताल (2 days bank strike) का आगाज किया. रैली से पहले बैंक कर्मचारियों ने पीएनबी के मुख्य कार्यालय के बाहर एकत्र होकर सरकार नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.


कर्मचारियों का स्पष्ट कहना है कि बैंकों के निजीकरण से देश बर्बाद हो जाएगा, वहीं, निजीकरण के बाद लोगों का पैसा बैंकों में सुरक्षित नहीं रह पाएगा. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले जिला में सात बैंक यूनियनों (hamirpur bank employee unions) ने यह प्रदर्शन किया है. बैंक यूनियन के पदाधिकारियों का स्पष्ट किया है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो आगामी दिनों में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर होगी.

वीडियो.

पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर एसोसिएशन हमीरपुर सर्किल के सर्किल सेक्रेटरी प्रदीप कौंडल ने कहा कि बैंक अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, लेकिन सरकार इस रीढ़ को समाप्त कर पूंजीपतियों का सहयोग करना चाहती है, जिससे देश बर्बाद होने की कगार पर है. उन्होंने बताया कि बैंकों के निजीकरण से बैंक कर्मियों को ही नुकसान नहीं होगा बल्कि इससे जनता की कमाई भी बैंकों में सुरक्षित नहीं रहेगी.

उन्होंने बताया कि संसद के चालू सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक पेश किया जा रहा है ताकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण किया जा सके. पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के तहत बैंकों की नौ यूनियन आती हैं. केंद्र सरकार द्वारा संसद में बैंकों के निजीकरण के बारे में पेश होने वाले बिल का विरोध करने के लिए बैंक कर्मी यह हड़ताल कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: बैंकों के निजीकरण का विरोध: सोलन में बैंक हड़ताल, मॉल रोड पर बैंक कर्मियों ने निकाली रैली

Last Updated : Dec 16, 2021, 4:09 PM IST
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