हमीरपुरः नगर परिषद हमीरपुर के कूड़ा ट्रीटमेंट प्लांट दगनेड़ी के सफाई कर्मचारियों को डीसी हमीरपुर के संज्ञान के बाद आखिरकार वेतन मिल गया है. बता दें कि ठेकेदार के माध्यम से सेवाएं देने वाले इन 12 कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण खाने के लाले पड़ गए थे. इन कर्मचारियों ने अपने चांदी के कंगन किराना दुकान पर गिरवी रखकर राशन खरीदा था.
ईटीवी भारत ने उठाया था मुद्दा
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ कि यहां पर कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया हो लंबे समय से निरंतर यह समय से चली आ रही थी. इससे पहले भी कर्मचारियों को ठेकेदार ने वेतन नहीं दिया था, जिसके बाद महिला कर्मचारी ने अपनी कान की बालियांं बेचकर राशन खरीदा था, लेकिन इस बार जब ईटीवी भारत ने इस समस्या को दोबारा उठाया तो डीसी हमीरपुर देव श्वेता बनिक ने तुरंत एक्शन लेते हुए नगर परिषद हमीरपुर के अधिकारियों को मौके पर जाकर वेतन जारी करवाने के निर्देश दिए.
10 कर्मचारियों को वेतन जारी
डीसी के कड़े निर्देशों के बाद आनन-फानन में अधिकारी मौके पर पहुंचे और यहां पर ठेकेदार से 10 कर्मचारियों को तुरंत वेतन दिलवाया गया. दो कर्मचारी यहां पर मौजूद नहीं मिले. जब इस बारे में डीसी हमीरपुर देव श्वेता बनिक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आते ही तुरंत अधिकारियों को मौके पर जाने के निर्देश दिए गए थे.
अधिकारियों को यह भी निर्देश
इस मौके पर 10 कर्मचारी मौजूद मिले, जिन्हें वेतन जारी कर दिया गया है. वहीं, दो कर्मचारियों को भी वेतन जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि भविष्य में इन कर्मचारियों को इस तरह की कोई दिक्कत पेश न आए.
ये भी पढ़ें- हिमाचल को ''सेंटर ऑफ एक्सीलेंस'' मिलना सौभाग्य की बात, पर्यटन क्षेत्र में मिलेगा फायदा: CM