हमीरपुर: सरकार और संगठन की मौजूदगी में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के आते ही समर्थकों के नारे गूंज उठे. हमीरपुर में प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की बैठक निजी होटल में तय समय पर 9:30 बजे ही मंगलवार सुबह शुरू हुई. पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल बैठक में 11:00 बजे के करीब पहुंचे. धूमल की एंट्री के समय भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप और प्रभारी अविनाश राय खन्ना के साथी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की मौजूदगी वाले मंच को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर संबोधित कर रहे थे. धूमल के पहुंचते ही मीटिंग हॉल के गेट पर नारों की गूंज ने मौजूद नेताओं और कार्यकर्ताओं का खूब ध्यान खींचा. धूमल जब मंच की तरफ बढ़े तो नेताओं ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया और एकाएक मंच पर कुर्सियों की संख्या भी नौ से दस तक पहुंच गई.
अध्यक्ष और प्रभारी ने छुए धूमल के पैर, सीएम ने हाथ जोड़े: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल (BJP Working Committee meeting in Hamirpur) मंच पर पहुंचे तो सबसे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप उनके पैर छूहे. इसके बाद प्रभारी अविनाश राय खन्ना और प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर भी धूमल के पैर छूते हुए दिखे और सीएम जयराम ठाकुर ने अपनी जगह पर खड़े होकर नमस्कार की. भाजपा अध्यक्ष और प्रभारी से पहले सीएम जयराम ठाकुर भी धूमल के पारिवारिक समारोह में उनके पैर छूते हुए नजर आए थे. ऐसे नहीं यह कहना गलत नहीं होगा कि चुनावों से ठीक पहले सरकार और संगठन दोनों धूमल के द्वार पर हैं.
मिशन रिपीट के लिए धूमल का साथ जरूरी: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की सक्रिय सहभागिता के बिना हाल ही में प्रदेश में हुए उपचुनाव में भाजपा को कड़ी हार का सामना करना पड़ा था. एक लोकसभा सीट और 3 विधानसभा सीट पर पार्टी की डबल इंजन के सरकार के प्रयासों के बावजूद हार हुई थी. ऐसे में धूमल की बिना सक्रिय सहभागिता के आगामी विधानसभा चुनावों में उतरने का रिस्क लेने के मूड में पार्टी के प्रयास से नजर नहीं आ रहे हैं. प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के बहाने आगामी चुनावों की योजना तैयार करने के साथ ही धूमल और उनके समर्थकों को साधने के प्रयास भी प्रदेश भाजपा ने किए हैं.
कांग्रेस हाईकमान के हमीरपुर फोकस और फील्डिंग ने बढ़ाई चिंताएं: कांग्रेस हाईकमान ने पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस में बड़ा फेरबदल करते हुए आगामी विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत फील्डिंग सजाई है. इस सियासी फील्डिंग में हमीरपुर जिला पर खासा फोकस देखने को मिला है. हमीरपुर जिला से ताल्लुक रखने वाले पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को वह जिम्मा दिया गया है जो दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह के पास रहता था. ऐसे में कांग्रेस की इस सियासी फील्डिंग का तोड़ निकालने का प्रयास धूमल को साधे बिना भाजपा सरकार और संगठन के लिए मुमकिन नहीं है.