हमीरपुर: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 (Himachal assembly elections 2022) को लेकर भोरंज विधानसभा क्षेत्र (Bhoranj Assembly Constituency) में भाजपा टिकट के लिए दंगल छिड़ गया है. बदलते सियासी समीकरणों और धूमल परिवार से पूर्व विधायक अनिल धीमान की नजदीकियां अब वर्तमान विधायक कमलेश कुमारी की राह का रोड़ा बनती नजर आ रही है. भाजपा के टिकट के लिए यहां पर पूर्व विधायक अनिल धीमान ने दावेदारी जताने के साथ सियासी सरगर्मियों को बढ़ा दिया (Anil Dhiman Claiming that BJP will give him ticket) है.
टिकट के दावेदारी के साथ ही डॉ. धीमान ने क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान भी चला रखा है. ऐसे में अब आगामी विस चुनावों के लिए वर्तमान विधायक कमलेश कुमारी की टिकट के इकलौती दावेदारी संकट में पड़ गई है. अब टिकट के लिए एक दावा डॉ. धीमान ने ठोक दिया है. वर्तमान सरकार में विधायक कमलेश कुमारी को मजबूती देने का हर प्रयास सीएम जयराम ठाकुर की तरफ से किया गया है. क्षेत्र में ढांचागत विकास को लेकर कार्य करने में और विभागीय कार्यालय खोलने में जयराम सरकार ने कंजूसी नहीं की है.
धीमान की धूमल परिवार से बढ़ती नजदीकी : संगठन से लेकर सरकार में विधायक कमलेश कुमारी को मजबूती देने के प्रयास किसी से छिपे नहीं है. उन्होंने प्रदेश भाजपा संगठन में ओहदा देने के साथ ही विधानसभा का मुख्य उपसचेतक भी बनाया गया है. धूमल से भी कमेलश कुमारी की दूरियां नहीं है, लेकिन पूर्व विधायक अनिल धीमान की धूमल परिवार से बढ़ती नजदीकियां चर्चाओं को जन्म दे रही हैं.
सीएम के कार्यक्रम में नहीं दिखे धीमान: पिछले दिनों सीएम जयराम ठाकुर भोरंज विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर आए तो इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक अनिल धीमान नजर नहीं आए थे. धीमान ने इस कार्यक्रम में न आने का तर्क दिया था कि उन्हें निमंत्रण नहीं दिया गया था. वहीं चार दिन पूर्व ही भोरंज में प्रदेश सरकार के कार्यक्रम में जब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पहुंचे थे तो डॉ. धीमान इस कार्यक्रम में रोड शो में भी दिखे और जनसभा में मंच साझा किया. केंद्रीय मंत्री अनुराग के साथ मंच साझा करने के दो दिन बाद हमीरपुर के भिड़ा में धीमान धूमल के साथ एक निजी कार्यक्रम में दिखे. ऐसे में इन तमाम मुलाकातों को टिकट की नजर से जोडपत्र कर देखा जा रहा है.
पार्टी से टिकट की उम्मीद: हमीरपुर में पूर्व विधायक डॉ. अनिल धीमान ने कहा है कि पिछले विधानसभा चुनावों में पार्टी के आदेशों को मानते हुए टिकट की मांग नहीं की थी, लेकिन इस बार चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में हैं. धीमान ने कहा कि भोरंज से भाजपा की ओर से टिकट की प्रमुख दावेदारी है. डॉ. अनिल धीमान ने कहा कि काफी समय से पूरे भोरंज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की नीतियों और विकास कार्यों को लेकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लोगों के द्वारा आज भी पूर्व शिक्षा मंत्री आईडी धीमान के कामों को भूले नहीं .इसलिए इन चुनावों में मुझे भोरंज की जनता पूरा समर्थन देने के लिए तैयार है. उन्होंने पूरी उम्मीद जताई है कि भाजपा पार्टी इस बार टिकट देगी.
उपचुनाव जीतकर बन गए थे विधायक: भोरंज विधानसभा क्षेत्र से लगातार छह बार विधायक रहे स्व आईडी धीमान के निधन के बाद छह महीनों तक उपचुनाव में जीत हासिल करके पुत्र डॉ. अनिल धीमान विधायक बने थे. साल 1990 से लेकर 2016 तक लगातार दिवंगत नेता आईडी धीमान यहां से भाजपा के विधायक रहे हैं. अब उनके नाम पर एक बार फिर उनके बेटे जनता से समर्थन जुटाने की जुगत में हैं. वहीं 2017 में भी डॉ. अनिल धीमान ने टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी हाईकमान के आदेशों को मानते हुए टिकट नहीं ली थी और वर्तमान में विधायक कमलेश कुमारी को टिकट दिया गया था. वहीं, पिछले चार सालों से विधानसभा में सक्रिय रहने वाले डॉ. अनिल धीमान ने इस बार टिकट के लिए दावेदारी जता कर वर्तमान विधायक की इकलौती दोवदारी की संभावनाओं को धूमिल कर दिया है.
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