हमीरपुर: जिला में कोरोना के मामले तेज गति से बढ़ रहे हैं. कोरोना का खौफ लोगों में कम ही देखने को मिल रहा है. हालात ऐसे हैं कि न प्रशासन बाज आ रहा और न राजनीतिक दल. हमीरपुर जिला में पिछले दो दिनों में कोरोना के 100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. फिर भी लोगों की भीड़ सरकारी योजनाओं के लाभर्थियों के नाम पर जुटाई जा रही है.
इतना ही नहीं कोरोना संकटकाल में हाल ही निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को सम्मानित करने के आयोजनों तक को राजनीतिक दल संकट के इस दौर में टाल नहीं पा रहे हैं. बचत भवन में पिछले दिनों एक सरकारी कार्यक्रम में नियमों को दरकिनार भीड़ जुटाई गई, तो वहीं टाउन हाॅल हमीरपुर में भी शनिवार को जनप्रतिनिधियों का खूब मेला सजा. स्थानीय विधायक नरेंद्र ठाकुर से जब इस बारे में सवाल किया गया वह भी सवाल को टाल गए.
पढ़ें विधायक नरेंद्र ठाकुर का जवाब
विधायक नरेंद्र ठाकुर से यह सवाल किया गया है कि इस संकट के दौर में प्रतिनिधियों का सम्मान जरूरी था. विधायक ने जवाब को चाशनी में डूबो कर यह कहा कि 'सवाल जायज तो है लेकिन उनकी अगुआई में आयोजित सरकारी और पार्टी के कार्यक्रम में नियमों का पालन किया गया है.' अब कोरोना नियमों का कितना पालन हुआ यह भी किसी से छुपा नहीं है.
अधिकारियों पर भी लागू होते हैं ये नियम
बहरहाल विधायक सवाल सामने आने पर नियमों का पालन करने का उपदेश तो देकर चले गए, लेकिन यह भी देखने योग्य होगा कि आगामी दिनों में क्या विधायक खुद इन नियमों का पालन करेंगे नियमों के पालन का यह सवाल महज विधायक हीं नहीं बल्कि सभी राजनीतिक दलों के साथ ही विभाग के आला अफसरों के लिए यह चुनौती ही है कि क्या दूसरों को उपदेश देने वाले खुद नियमों का पालन सुनिश्चित करेंगे या नहीं.
ये भी पढ़ें- नहीं बच पाया झुंड से भटका हिमालयन आइबैक्स, जख्मी और बीमार होने के कारण हुई मौत