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धर्मगुरु दलाई लामा को 'भारत रत्न' देने की पैरवी, गृहमंत्री को भेजा गया खत

शान्ता कुमार ने कहा कि सर्वदलीय संसदीय दल के सदस्यों ने एक मत से यह निर्णय लिया था. दलाई लामा पिछले 6 दशकों से तिब्बत की आजादी और तिब्बत में मानवाधिकारों की बहाली के लिए संघर्ष कर रहे हैं.

दलाई लामा, तिब्बतीय धर्मगुरु
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Published : Apr 16, 2019, 12:51 PM IST

धर्मशाला: सर्वदलीय संसदीय फोरम ने केंद्र सरकार से तिब्बतीय धर्मगुरु दलाई लामा को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से अलंकृत करने का अनुरोध किया है. इस संबंध में फोरम ने भारत की वर्तमान संसद के 200 से अधिक विभिन्न दलों के सांसदों का हस्ताक्षरयुक्त अनुरोध-पत्र गृहमंत्री राजनाथ सिंह को प्रेषित किया है.

इसकी सूचना बीजेपी शांता कुमार ने जारी एक वक्तव्य में दी है. उन्होंने कहा कि शांति के अग्रदूत दलाई लामा पिछले 6 दशकों से तिब्बत की आजादी और तिब्बत में मानवाधिकारों की बहाली के लिए निरंतर शांतिपूर्वक और अहिंसात्मक रूप से संघर्ष कर रहे हैं.

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विश्व ने उनके शांतिपूर्वक प्रयासों को सर्वोच्च विश्व सम्मान नोबेल पुरस्कार देकर भी स्वीकार किया है. दलाई लामा ने तिब्बत से निर्वासन के बाद भारत में शरण ली थी और तब से धर्मशाला के मैक्लोडगंज में निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्यालय में रह रहे हैं.

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शान्ता कुमार ने कहा कि सर्वदलीय संसदीय दल के सदस्यों ने एक मत से यह निर्णय लिया था. निर्वासित तिब्बत की संसद के उपाध्यक्ष आचार्य येशी फुन्चोक ने यह पत्र गत दिवस गृह मंत्री के कार्यालय को सौंपा है.

धर्मशाला: सर्वदलीय संसदीय फोरम ने केंद्र सरकार से तिब्बतीय धर्मगुरु दलाई लामा को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से अलंकृत करने का अनुरोध किया है. इस संबंध में फोरम ने भारत की वर्तमान संसद के 200 से अधिक विभिन्न दलों के सांसदों का हस्ताक्षरयुक्त अनुरोध-पत्र गृहमंत्री राजनाथ सिंह को प्रेषित किया है.

इसकी सूचना बीजेपी शांता कुमार ने जारी एक वक्तव्य में दी है. उन्होंने कहा कि शांति के अग्रदूत दलाई लामा पिछले 6 दशकों से तिब्बत की आजादी और तिब्बत में मानवाधिकारों की बहाली के लिए निरंतर शांतिपूर्वक और अहिंसात्मक रूप से संघर्ष कर रहे हैं.

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विश्व ने उनके शांतिपूर्वक प्रयासों को सर्वोच्च विश्व सम्मान नोबेल पुरस्कार देकर भी स्वीकार किया है. दलाई लामा ने तिब्बत से निर्वासन के बाद भारत में शरण ली थी और तब से धर्मशाला के मैक्लोडगंज में निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्यालय में रह रहे हैं.

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भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शान्ता कुमार ने कहा कि सर्वदलीय संसदीय दल के सदस्यों ने एक मत से यह निर्णय लिया था. निर्वासित तिब्बत की संसद के उपाध्यक्ष आचार्य येशी फुन्चोक ने यह पत्र गत दिवस गृह मंत्री के कार्यालय को सौंपा है.

दलाई लामा को भारत रत्न देने की पैरवी।

धर्मशाला- तिब्बत पर सर्वदलीय संसदीय फोरम ने भारत सरकार से तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा को देश  के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत-रत्न से अलंकृत करने का अनुरोध किया है l इस सम्बन्ध में  फोरम ने भारत  की वर्तमान  संसद के 200 से अधिक विभिन्न दलों के सांसदों  का हस्ताक्षरयुक्त  अनुरोध -पत्र  गृहमंत्री राजनाथ सिंह को प्रेषित किया है।

इस्की सूचना शांता कुमार ने  ज़ारी एक वक्तव्य में दी। उन्होंने कहा कि शांति के अग्रदूत दलाई लामा पिछले 6 दशकों से तिब्बत की आज़ादी और तिब्बत में मानवाधिकारों की बहाली के लिए निरंतर शांतिपूर्वक  और अहिंसात्मक रूप से संघर्ष कर रहे हैं।  विश्व  ने उनके शांतिपूर्वक प्रयासों को सर्वोच्च विश्व सम्मान नोबेल पुरस्कार देकर भी स्वीकार किया है l  दलाई लामा ने तिब्बत से निर्वासन के बाद भारत में शरण ली थी  और तब से धर्मशाला के मकलोडगंज में निर्वासित तिब्बत सरकार के मुख्यालय में वास कर रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता शान्ता कुमार ने कहा कि सर्वदलीय संसदीय दल के सदस्यों ने एक मत से यह निर्णय  लिया था।  निर्वासित तिब्बत  की संसद के उपाध्यक्ष आचार्य येशी फुन्चेक ने  यह पत्र गत दिवस  गृह मंत्री के कार्यालय को सोंपा है।

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