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प्राकृतिक आपदा की मिलेगी सटीक जानकारी, कांगड़ा में स्थापित किए गए सात ऑटोमेटिक मौसम स्टेशन

कांगड़ा में अब मौसम और प्राकृतिक आपदा की सटीक जानकारी मिलेगी. जिला प्रशासन ने सात स्थानों पर स्वचलित मौसम स्टेशन स्थापित किए हैं. उपायुक्त कार्यालय सभागार में पंचायत प्रतिनिधियों के लिए एक वर्कशॉप का भी आयोजन किया गया था. डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने मौसम स्टेशन्स का शुभारंभ किया है.

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Published : Nov 9, 2021, 5:08 PM IST

Updated : Nov 9, 2021, 5:17 PM IST

धर्मशाला: मौसम की सटीक जानकारी के लिए कांगड़ा जिले के सात स्थानों पर स्वचलित मौसम स्टेशन स्थापित किए गए हैं. इन स्टेशनों का डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने मंगलवार को शुभारंभ किया. उपायुक्त कार्यालय सभागार में स्वचलित मौसम स्टेशन की जानकारी देने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की एक वर्कशाप भी आयोजित की गई.

डीसी निपुण जिंदल ने बताया कि शुरुआती दौर में स्वचलित मौसम स्टेशन जिले के आवेरी, बीड़, खास, दरूग, नपोहता, कोहर खास, करनाथू और डंडेल में स्थापित किए गए हैं. इनके माध्यम से मौसम के पूर्व जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी. अगले चरण में मौसम की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में भी स्वचालित मौसम स्टेशन स्थापित किए जाएंगे.

आपदा प्रबंधन में यह ऑटोमेटिक मौसम स्टेशन काफी कारगर साबित होंगे. इसके जरिए किसी भी तरह की भारी बारिश, आंधी, तूफान इत्यादि के बारे में अलर्ट की सूचना जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ-साथ संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों तक भी पहुंचेगी ताकि मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर आपदा प्रबंधन की तैयारियां की जा सकें.

प्रज्ञा संस्था के प्रबंधक नीलेश एक्का स्वचालित मौसम स्टेशन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यह एक बहुत ही परिष्कृत और लागत प्रभावी माप, रिकॉर्डिंग, संचारण और निगरानी मशीन है जो बहुत कम बिजली खपत करती है और बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के रिचार्जेबल बैटरी पर भी चल सकती है.

उन्होंने कहा कि स्वचालित मौसम स्टेशन में उपयोग किए जाने वाले सेंसर्स को भारतीय मौसम विज्ञान ने प्रमाणित किया है. उन्होंने कहा कि स्वचालित मौसम स्टेशन की साइट्स का चयन भी काफी शोध और मापदंडों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, मौसम स्टेशन की कार्यक्षमता करीब सात से आठ किलोमीटर है.

ये भी पढ़ें: IGMC शिमला में पहली बार बिना चीर-फाड़ के हुआ आहार नली के कैंसर का सफल ऑपरेशन

धर्मशाला: मौसम की सटीक जानकारी के लिए कांगड़ा जिले के सात स्थानों पर स्वचलित मौसम स्टेशन स्थापित किए गए हैं. इन स्टेशनों का डीसी डॉ. निपुण जिंदल ने मंगलवार को शुभारंभ किया. उपायुक्त कार्यालय सभागार में स्वचलित मौसम स्टेशन की जानकारी देने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों की एक वर्कशाप भी आयोजित की गई.

डीसी निपुण जिंदल ने बताया कि शुरुआती दौर में स्वचलित मौसम स्टेशन जिले के आवेरी, बीड़, खास, दरूग, नपोहता, कोहर खास, करनाथू और डंडेल में स्थापित किए गए हैं. इनके माध्यम से मौसम के पूर्व जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी. अगले चरण में मौसम की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों में भी स्वचालित मौसम स्टेशन स्थापित किए जाएंगे.

आपदा प्रबंधन में यह ऑटोमेटिक मौसम स्टेशन काफी कारगर साबित होंगे. इसके जरिए किसी भी तरह की भारी बारिश, आंधी, तूफान इत्यादि के बारे में अलर्ट की सूचना जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ-साथ संबंधित पंचायत प्रतिनिधियों तक भी पहुंचेगी ताकि मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर आपदा प्रबंधन की तैयारियां की जा सकें.

प्रज्ञा संस्था के प्रबंधक नीलेश एक्का स्वचालित मौसम स्टेशन के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यह एक बहुत ही परिष्कृत और लागत प्रभावी माप, रिकॉर्डिंग, संचारण और निगरानी मशीन है जो बहुत कम बिजली खपत करती है और बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के रिचार्जेबल बैटरी पर भी चल सकती है.

उन्होंने कहा कि स्वचालित मौसम स्टेशन में उपयोग किए जाने वाले सेंसर्स को भारतीय मौसम विज्ञान ने प्रमाणित किया है. उन्होंने कहा कि स्वचालित मौसम स्टेशन की साइट्स का चयन भी काफी शोध और मापदंडों को ध्यान में रखते हुए किया गया है, मौसम स्टेशन की कार्यक्षमता करीब सात से आठ किलोमीटर है.

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Last Updated : Nov 9, 2021, 5:17 PM IST
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