कांगड़ा: प्रदेश में सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे है. हाल ही में कुल्लू सड़क और शिमला सड़क हादसे के बाद जिला प्रशासन ने ओवरलोडिंग को लेकर सख्त की है. इसी कड़ी में बच्चों को यातायात नियमों के बारे में जागरुक करने के लिए रोड सेफ्टी पर आधरित जागरूकता शिविर का आयोजन किया जा रहा है.
बता दें कि ओवरलोडिंग की वजह से पिछले कुछ दिनों पहले कुल्लू के बंजार में बस पलट गई थी, जिसमें 46 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे के बाद प्रदेश सरकार ओवरलोडिंग को लेकर सख्त हो गई है. वहीं, अगर कोई वाहन चालक ओवरलोडिंग करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
थाना प्रभारी पुरुषोत्तम ने जागरूकता शिविर के दौरान बच्चों को जागरुक किया. यातायात नियमों की अनुपालना ना करने पर सजा व जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है. इसी बीच एसएचओ ने स्कूल के बस चालकों व स्कूल प्रबंधन को भी स्कूल बसों के निर्धारित नियमों का पालन करने के निर्देश दिए. थाना प्रभारी ने बच्चों से सड़क नियम जैसे क्रास वॉक, जेबरा क्रासिंग का भी सही प्रयोग करने का आग्रह किया. साथ ही बच्चों को नशे से दूर रहने का संदेश देते हुए कहा कि नशा एक धीमी आत्महत्या है, जिससे युवा पीढ़ी पूरी तरह से खोखली हो रही है.
कार्यालय प्रबंधक प्रियंका सूद ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए स्कूल में बच्चों को जागरूक करने के लिए चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी.