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बच्चों की पढ़ाई के लिए पिता ने गरीबी नहीं आने दी आड़े, भैंस बेचकर ऑनलाइन स्टडी के लिए खरीदा फोन

गाहलियां पंचायत में प्रदीप कुमार ने अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए 30 हजार रुपये की अपनी दुधारु भैंस बेच कर ऑनलाइन स्टडी के लिए मोबाइल खरीदा है. प्रदीप कुमार ट्रैक्टर ड्राइवर हैं और उनकी पत्नी रंजना देवी गृहणी हैं और मनरेगा में भी काम करती है जिससे पति-पत्नी मिलकर अपने घर का खर्चा चला रहे हैं.

ज्वालामुखी में ऑनलाइन पढ़ाई
ज्वालामुखी में ऑनलाइन पढ़ाई
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Published : Aug 21, 2020, 9:59 AM IST

Updated : Aug 21, 2020, 10:24 AM IST

ज्वालामुखी: हिमाचल में अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए माता-पिता इतने जागरूक हैं कि ऑनलाइन स्टडी के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा रहें है. जिला कांगड़ा के देहरा ब्लॉक की गाहलियां पंचायत में एक ऐसा ही मामला सामने आया है.

प्रदीप कुमार ने अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए 30 हजार रुपये की अपनी दुधारु भैंस बेच कर ऑनलाइन स्टडी के लिए मोबाइल खरीदा है. प्रदीप कुमार ग्राम पंचायत गाहलियां के वार्ड नं-7 गांव डोडन, तहसील ज्वालामुखी के निवासी हैं.

वीडियो

बता दें कि प्रदीप कुमार ट्रैक्टर ड्राइवर हैं और उनकी पत्नी रंजना देवी गृहणी हैं. वह मनरेगा में काम करती हैं, जिससे पति-पत्नी मिलकर अपने घर का खर्चा चला रहे हैं. प्रदीप के पास 3 भैंस हैं जिनमें से उन्होंने दूध देने वाली भैंस बेच कर अपने दो बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए 8 हजार रुपये का मोबाइल खरीदा है.

बता दें कि प्रदीप का बड़ा बेटा निशांत दसवीं व छोटा बेटा प्रशांत छठी कक्षा में पढ़ता है. प्रदीप कुमार ने बताया कि पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते वो तो स्कूल नहीं जा पाए थे, लेकिन उनके बेटे इस शिक्षा रूपी अनमोल धन से वंचित न रहें. इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया है. अपने दोनों बेटों के बेहतर भविष्य को निखारने के लिए प्रदीप के इस निर्णय की क्षेत्र में काफी चर्चा हो रही है. बता दें कि प्रदीप कुमार का घर भी जर्जर हालत में है.

इस बारे में ग्राम पंचायत गाहलियां की प्रधान संजना का कहना है कि उनकी पंचायत में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत 130 घरों को स्वीकृति मिली है, जिसमें प्रदीप कुमार का घर भी है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से यह कार्य रुका हुआ है. वहीं, बीडीओ देहरा ने बताया कि अगर ऐसा है तो प्रभावित के घर का पंचायत प्रधान के माध्यम से निरीक्षण करवाने के बाद हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी.

ये भी पढे़ं: धारा 118 में लाई जाएगी पारदर्शिता, पूरा सिस्टम होगा ऑनलाइन

ज्वालामुखी: हिमाचल में अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए माता-पिता इतने जागरूक हैं कि ऑनलाइन स्टडी के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा रहें है. जिला कांगड़ा के देहरा ब्लॉक की गाहलियां पंचायत में एक ऐसा ही मामला सामने आया है.

प्रदीप कुमार ने अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए 30 हजार रुपये की अपनी दुधारु भैंस बेच कर ऑनलाइन स्टडी के लिए मोबाइल खरीदा है. प्रदीप कुमार ग्राम पंचायत गाहलियां के वार्ड नं-7 गांव डोडन, तहसील ज्वालामुखी के निवासी हैं.

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बता दें कि प्रदीप कुमार ट्रैक्टर ड्राइवर हैं और उनकी पत्नी रंजना देवी गृहणी हैं. वह मनरेगा में काम करती हैं, जिससे पति-पत्नी मिलकर अपने घर का खर्चा चला रहे हैं. प्रदीप के पास 3 भैंस हैं जिनमें से उन्होंने दूध देने वाली भैंस बेच कर अपने दो बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए 8 हजार रुपये का मोबाइल खरीदा है.

बता दें कि प्रदीप का बड़ा बेटा निशांत दसवीं व छोटा बेटा प्रशांत छठी कक्षा में पढ़ता है. प्रदीप कुमार ने बताया कि पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते वो तो स्कूल नहीं जा पाए थे, लेकिन उनके बेटे इस शिक्षा रूपी अनमोल धन से वंचित न रहें. इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया है. अपने दोनों बेटों के बेहतर भविष्य को निखारने के लिए प्रदीप के इस निर्णय की क्षेत्र में काफी चर्चा हो रही है. बता दें कि प्रदीप कुमार का घर भी जर्जर हालत में है.

इस बारे में ग्राम पंचायत गाहलियां की प्रधान संजना का कहना है कि उनकी पंचायत में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत 130 घरों को स्वीकृति मिली है, जिसमें प्रदीप कुमार का घर भी है. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से यह कार्य रुका हुआ है. वहीं, बीडीओ देहरा ने बताया कि अगर ऐसा है तो प्रभावित के घर का पंचायत प्रधान के माध्यम से निरीक्षण करवाने के बाद हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी.

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Last Updated : Aug 21, 2020, 10:24 AM IST
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